NALANDA: मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर बिहार की आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका हड़ताल पर हैं। मंगलवार को बड़ी संख्या में पटना पहुंची आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसकी गूंज विधानसभा और विधान परिषद दोनों में सुनने को मिली। विधानमंडल के दोनों ही सदनों में इसको लेकर जोरदार हंगामा हुआ। इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा में सभी आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया।
चयनमुक्त होने की सूचना मिलते ही नालंदा की सभी आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविका-सहायिका आईसीडीएस दफ्तर पहुंची और सामूहिक इस्तीफा सौंपते हुए राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका ने नीतीश-तेजस्वी मुर्दाबाद के नारे लगाए। आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ के लोगों का कहना था कि वे चार सूत्री मांगों को लेकर 9 अक्टूबर से हड़ताल पर हैं। सरकार दबाव बनाने के लिए बर्खास्त करने का काम कर रही है लेकिन सरकार कुछ भी कर ले उनका आंदोलन रूकने वाला नहीं है।
बताया जा रहा है कि जिला प्रशासन ने आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका से हड़ताल को खत्म कर काम पर वापस लौटने को कहा था। डीपीओ के स्तर से दो बार शो-कॉज किए जाने के बावजूद इसे नोटिस नहीं लिया गया लेकिन जब सेविका और सहायिका काम पर नहीं लौटी तो उनको चयनमुक्त करने की कार्रवाई की गई है। इसके बाद गुस्साए सेविकाएं और सहायिकाएं आईसीडीएस दफ्तर पहुंची और अपना इस्तीफा सौंपते हुए जमकर हंगामा मचाया।
नालंदा में जिन केन्द्रों की सेविकाएं हुईं चयनमुक्त की गईं हैं उनमें बिहारशरीफ सदर के केन्द्र संख्या 10 और 92, बिहारशरीफ ग्रामीण के केन्द्र संख्या 110 और 130, बेन के केन्द्र संख्या 108 और 58, नगरनौसा के केन्द्र संख्या 95, 57 और 24, इस्लामपुर के केन्द्र संख्या 85 और 4, थरथरी के केन्द्र संख्या 32 और 35, राजगीर के केन्द्र संख्या 113 और 81 शामिल हैं।
इसके अलावा एकंगरसराय के केन्द्र संख्या 102 और 201, सिलाव के केन्द्र संख्या 36 और 106, गिरियक के केन्द्र संख्या 67 और 8, बिंद के केन्द्र संख्या 52 और 15, सरमेरा के केन्द्र संख्या 45 और 16, अस्थावां के केन्द्र संख्या 34 और 77, रहुई के केन्द्र संख्या 114 और 35, चंडी के केन्द्र संख्या 19 और 5, नूरसराय के केन्द्र संख्या 77 और 51, हिलसा के केन्द्र संख्या 162, करायपसुराय के केन्द्र संख्या 50 और 40 और परवलपुर के केन्द्र संख्या 25 और 44 की आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका को भी चयनमुक्त कर दिया गया है।