जेल में रहकर युवक ने पास की BPSC की परीक्षा, हथकड़ी लगे हाथ में गुरुजी ने थामा नियुक्ति पत्र

जेल में रहकर युवक ने पास की BPSC की परीक्षा, हथकड़ी लगे हाथ में गुरुजी ने थामा नियुक्ति पत्र

NALANDA: कहते हैं कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती और यह कोशिश नालंदा के राजकिशोर चौधरी ने की और सफलता हासिल की। जेल में रहकर नालंदा के राजकिशोर चौधरी ने बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा पास की और अब वे टीचर बन गये हैं। नियुक्ति पत्र लेने के लिए जब वे जिला शिक्षा कार्यालय पहुंचे तब वहां हाथ में हथकड़ी लगे नवनियुक्ति शिक्षक को देखकर लोग भी दंग रह गये। नियुक्ति पत्र मिलने के बाद युवक को वापस जेल ले जाया गया।


दरअसल नालंदा के गुरुजी का यह फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। यह फोटो राजकिशोर चौधरी का है जो विचाराधीन बंदी है। राजकिशोर चौधरी का सपना था कि वो शिक्षक बने लेकिन किसी कारणवश उसे जेल जाना पड़ गया। लेकिन उसने हार नहीं मानी उसे जब पता चला की बिहार में बीपीएससी की माध्यम से शिक्षकों की बहाली होने वाली है। इसके लिए फॉर्म भी निकला हुआ है तब उसने फॉर्म भरकर जेल से ही तैयारी शुरू कर दी।


 जेल के अंदर दिन-रात उसने पढाई की और शिक्षक भर्ती परीक्षा को पास कर शिक्षक बन गया। जब उसे इस बात की जानकारी हुई तो खुशी से उसके आंखों से आंसू निकलने लगे। कोर्ट के आदेश पर ही युवक ने बीपीएससी की परीक्षा दी और काउंसलिंग में शामिल हुआ था। परीक्षा पास करने के बाद बिहारशरीफ व्यवहार न्यायालय ने जेल अधीक्षक को नियुक्ति पत्र उपलब्ध कराने और स्कूल में योगदान कराने की व्यवस्था करने का आदेश दिया। 


कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस हिरासत में उसे नियुक्ति पत्र लेने के लिए नालंदा के डीईओ कार्यालय लाया गया। उसे पुलिस कर्मियों ने हथकड़ी पहनाकर डीईओ कार्यालय लाया था जहां मौजूद पदाधिकारी ने उसे नियुक्ति पत्र सौंपा। हथकड़ी लगे हाथों से उसने नियुक्ति पत्र लिया। नियुक्ति पत्र पाकर युवक काफी खुश दिख रहा था। उसे तिउरी हाई स्कूल में योगदान करना है। वे स्कूल में ज्वाइन भी करेंगे लेकिन इसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा। जब तक बेल नहीं मिलेगा तब तक वे सस्पेंड ही रहेंगे। जेल से बाहर आने के बाद ही सस्पेंशन खत्म होगा। बता दें कि राजकिशोर चौधरी पर घरेलू विवाद का मामला चल रहा है। फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में है।