CM नीतीश के गृह जिले से जुड़े कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक के तार, नालंदा के पुलिस जवान ने सगे संबंधी को भेजा प्रश्न पत्र

CM नीतीश के गृह जिले से जुड़े कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक के तार, नालंदा के पुलिस जवान ने सगे संबंधी को भेजा प्रश्न पत्र

NALANDA : बिहार में नीतीश कुमार की सरकार है। यह सरकार लगातार शिक्षा में सुधार का दावा करती है। इसके साथ ही युवाओं को समय दर समय रोजगार प्रदान करने बातें कही जाती है। बाबजूद इसके बिहार में जो एकदिवसीय बहाली परीक्षा आयोजित करवाई जाती है। उसमें कहीं न कही से धांधली की खबरें निकल कर सामने आती रहती है। ऐसे में नीतीश के उस बयान जो कि 'न किसी को बचाते हैं और न ही फँसाते हैं' पर भी सवाल उठना शुरू हो जाता है। ऐसे में अब एक ताजा मामला पिछले दिन आयोजित कांस्टेबल भर्ती परीक्षा से जुड़ा हुआ है। 


दरअसल, बिहार में कुछ दिन पहले कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का आयोजन करवाया गया। लेकिन, इस परीक्षा के शुरुआती दिनों में ही पेपर लिक हो गया। उसके बाद इसको लेकर जमकर बबाल हुआ तो सरकार ने एक टीम तैयार कर मामले की जांच करने में जूट गई। इसके बाद अब जो जानकारी निकल कर सामने आ रही है उसके मुताबिक नीतीश कुमार के गृह जिले से पुलिस के काम कर रहे दो जवानों को अरेस्ट किया गया है। 


मिली जानकारी के मुताबिक, सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक कांड में पटना पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं। जांच में यह बात आई कि इसमें नालंदा पुलिस के क्यूआरटी के तीन और बोधगया पुलिस का एक जवान भी शामिल है। आरा का ओमप्रकाश, नवादा का संटू और पटना का नीतीश क्यूआरटी का जवान है।


वहीं गया का मुकेश बोधगया में सिपाही है। इनके पास एक अक्टूबर को हुई सिपाही भर्ती परीक्षा से पहले ही प्रश्नपत्र और उत्तर आ गया था। इन चारों के अलावा इसमें गया के बेला का मंटू कुमार और चाकंद का नवलेश भी शामिल है। सिपाही कमलेश ने अपने जीजा, भाभी, भाई और दो दोस्तों को प्रश्न पत्र और उत्तर भेजे थे। कंकड़बाग पुलिस ने छह नए आरोपियों की जानकारी वरीय अधिकारियों को दे दी है। जल्द आरोपित चारों सिपाहियों और दो अन्य की गिरफ्तारी होगी।


बताया जा रहा है कि, ओमप्रकाश और नवलेश कई हफ्ते पहले से ही धांधली की साजिश रच रहे थे। ओमप्रकाश ने ही अपने अन्य सहयोगी सिपाहियों को इस फर्जीवाड़े में शामिल किया। उसने कहा था कि प्रश्न पत्र और उत्तर पहले आ जाएंगे जिससे वो मोटी रकम कमा सकता है। पुलिस ने नालंदा क्यूआरटी के जवान और गया के परैया के रहने वाले कमलेश के मोबाइल को खंगाला तो यह बात सामने आई कि कमलेश के मोबाइल पर परीक्षा से पहले ओमप्रकाश और नवलेश ने प्रश्नपत्र और उत्तर भेजा था। इनलोगों के बीच 50 हजार रुपए में डील हुई थी।


कमलेश की जान पहचान के कई लोग परीक्षा में शामिल हुए थे और होने वाले थे। एक अक्टूबर की परीक्षा से पहले कमलेश ने अपने बहनोई दुल्हिन बाजार के रहने वाले मनु कुमार, गया के परैया की रहने वाली भाभी इंदु कुमारी, नालंदा के गिरियक के रहने वाले अपने मौसेरे भाई रंजीत, गया के दो दोस्त दयानंद और अमित को प्रश्नपत्र और उत्तर भेजा था। पुलिस अब इन लोगों को भी तलाश रही है। इसके अलावा कमलेश के मोबाइल से पुलिस को रंजय, नीरज, इंदु, दयानंद का एडमिट कार्ड भी मिला है। इसकी भी छानबीन की जा रही है।


उधर, इस मामले में 25 जिलों में 74 केस दर्ज हैं। ईओयू ने इन मामलों को टेकओवर कर लिया है। कंकड़बाग थाने में दर्ज एफआईआर मंगलवार को ईओयू को हैंडओवर कर दी जाएगी। कंकड़बाग पुलिस एक सिपाही सहित सात लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है और 1000 से अधिक पन्नों का साक्ष्य जमा किया है। राज्यभर में इस मामले में अब तक 150 लोगों से अधिक की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं सिपाही कमलेश के मोबाइल से बरामद नकल करते हुए वीडियो की भी जांच शुरू कर दी गई है।