मर गई संवेदना: बिहार के अस्पताल में गार्ड की हैवानियत, गोद में बच्चे का शव लेकर घूम रहे परिजनों को बेरहमी से पीटा

मर गई संवेदना: बिहार के अस्पताल में गार्ड की हैवानियत, गोद में बच्चे का शव लेकर घूम रहे परिजनों को बेरहमी से पीटा

NALANDA: बिहार के अस्पतालों में डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की संवेदना मर चुकी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले में बच्चे की मौत के बाद उसका शव गोद में लेकर घूम रहे परिजनों को अस्पताल में तैनात गार्ड ने दौड़ा-दौडाकर पीटा। परिजनों का कसूर सिर्फ इतना थी कि वह डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे।


दरअसल, रहुई के बरादी गांव में गुड्डू यादव का 8 साल का बेटा गुलशन कुमार पानी डूब गया था। परिजन आनन-फानन में उसे लेकर स्थानीय अस्पताल पहुंचे थे, जहां से डॉक्टरों ने बच्चे को सदर अस्पताल रेफर किया था। परिजन जब सदर अस्पताल पहुंचे तो ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्यकर्मी बच्चे के  परिजनों को इधर-उधर टहलाते रहे। समय पर इलाज नहीं होने के कारण बच्चे की मौत हो गई।


करीब आधे घंटे बाद इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर ने बच्चे की जांच की और उसे मृत घोषित कर दिया। बच्चे की मौत के बाद परिजन स्वास्थ्यकर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाकर रो रहे थे,तभी अस्पताल में तैनात गार्ड आपे से बाहर हो गया और बच्चे का शव गोद मे लिए परिजनों पर ताबड़तोड़ डंडे बरसाने शुरू कर दिए। इस घटना के बाद अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई।


घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से मामले को शांत कराया और बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। उधर, पूरे मामले पर पूछे जाने पर अस्पताल उपाधीक्षक अशोक कुमार ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है, जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त एक्शन होगा।