ODI में सबसे बड़ा World Record तोड़ने की ओर अग्रसर भारत का चैंपियन, वर्तमान में इस पाकिस्तानी प्लेयर के नाम है यह कीर्तिमान Bihar Election 2025 : NDA में सीट बंटवारा के बाद कैंडिडेट चयन को लेकर आया यह फार्मूला, BJP में 80% पुराने कैंडिडेट हो सकते हैं वापस Bihar Election 2025: बिहार चुनाव 2025: आज जारी होगी NDA की उम्मीदवारों की सूची, इन लोगों के नाम की हो सकती है घोषणा Bihar Election 2025 : RJD के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे सूरजभान सिंह? कहा - आज रात तक का करें इंतजार, हो जाएगा सब क्लियर Diwali 2025: इस दिवाली पुराने पूजा बर्तनों को बनाएं एकदम नया, जानिए आसान घरेलू नुस्खे Bihar News: सिक्स लेन में तब्दील होगा बिहार का यह फोरलेन, इन जिलों के लोगों को विशेष फायदा Bihar News: बिहार में यहां ठगी करने वाला गिरोह चढ़ा पुलिस के हत्थे, एक गिरफ्तार; अन्य की तलाश जारी Bihar News: ‘ऑपरेशन जखीरा’ में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 392 किलो विस्फोटक बरामद, चार गिरफ्तार AISSEE 2026: कक्षा 6 और 9 के लिए सैनिक स्कूल में प्रवेश का सुनहरा मौका, जानें कब और कैसे कर सकते है अप्लाई? IRCTC Scam Case: राह या राहत? बिहार चुनाव से पहले बढ़ीं लालू परिवार की मुश्किलें, IRCTC घोटाला मामले में आज तय होगा मुकदमा
13-Jun-2020 07:31 AM
By Pranay Raj
NALANDA: बिहार के सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में अपराधियों का तांडव जारी है. अपराधियों ने दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी. नांलदा में 48 घंटे में 6 लोगों की हत्या कर दी है.
पहली घटना तेलमर थाना क्षेत्र के भेड़िया गांव में घटी है. जहां पैक्स चुनाव की रंजिश को लेकर अपराधियों ने शंभू सिंह को गोली मारकर हत्या कर दिया. किसी भी आरोपी को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पायी है.
दूसरी घटना करायपशुराय थाना क्षेत्र के चिश्तीपुर गांव की है. जहां अपराधियों ने घर से बुलाकर बुजुर्ग को गोली मार हत्या कर दिया. घटना के बारे में बताया जाता है कि बुजुर्ग बिनेश्वर उर्फ साधु जी गांव के ही कुछ लोगों को शराब व अन्य गलत कामों से दूर होने की बात कहते थे. जिससे अपराधियों को नागवार गुजरा और उसे बुलाकर गोली मारकर हत्या कर दिया. पुलिस दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है. इसके पूर्व गुरुवार की रात्रि जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में बदमाशों ने चार लोगों की हत्या कर दी थी. इस तरह पिछले 48 घंटे के दौरान 6 लोगों की हत्या से पुलिस प्रशासन की चुस्ती पर एक बार फिर बड़ा सवालिया निशान खड़ा हो गया है.