Bengaluru New Police Commissioner: बिहार के लाल बने बेंगलुरु के नए पुलिस कमिश्नर, कोरोना काल में बने थे लाखों लोगों के मसीहा Bihar Crime News: शिक्षक की गर्दन काटकर हत्या, जांच में जुटी पुलिस Bihar Rain: बिहार में 3 दिन आंधी-बारिश करेगा परेशान, IMD की चेतावनी Bihar News: मंत्री संजय सरावगी ने मुजफ्फरपुर में की समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश Bihar News: मंत्री संजय सरावगी ने मुजफ्फरपुर में की समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश Bengaluru Stampede: विराट कोहली के खिलाफ थाने में शिकायत, बेंगलुरू हादसे को लेकर FIR दर्ज करने की मांग Bengaluru Stampede: विराट कोहली के खिलाफ थाने में शिकायत, बेंगलुरू हादसे को लेकर FIR दर्ज करने की मांग Buxar News: अजय सिंह के नेतृत्व में भारत प्लस इथेनॉल प्लांट की बड़ी उपलब्धि, सफलतापूर्वक विकसित किया CO2 स्टोरेज सिस्टम Buxar News: अजय सिंह के नेतृत्व में भारत प्लस इथेनॉल प्लांट की बड़ी उपलब्धि, सफलतापूर्वक विकसित किया CO2 स्टोरेज सिस्टम Bihar News: बिहार में सबसे सस्ता गोल्ड रेट और मेकिंग चार्ज लेकर आया श्री हरी ज्वेलर्स, मौका कहीं छूट न जाए
12-Dec-2024 10:31 PM
By First Bihar
NALANDA: स्कूल में अनियमितता बरते जाने के वायरल वीडियो मामले में नालंदा के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बिहारशरीफ के सुन्दरगढ़ प्राथमिक विद्यालय की प्रधान शिक्षिका समेत सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं से स्पष्टीकरण मांगा है।
दरअसल विद्यालय का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कई अनियमितताएं सामने आई है। विद्यालय अवधि में कुछ छात्र-छात्राएं फर्श पर बैठकर पढ़ाई करते नजर आ रहे हैं जबकि बेंच-डेस्क वाले कमरे में ताला लगा हुआ है एवं एक महिला बेंच पर सोई हुई दिखाई दे रही है। वही स्कूल का एक छात्र झाड़ू लगाते हुए दिख रहा है।
पूछने पर छात्र कहता है कि किसी शिक्षिका ने उसे ऐसा करने को कहा है। जबकि विद्यालय के अन्य कक्ष में अनाज की बोरियों के पास एक अन्य महिला सोते हुए दिखाई दे रही है। यहां तक कि प्रधान शिक्षक के कक्ष में भी एक शिक्षिका कुर्सी पर सोई दिख रही है जबकि दूसरी शिक्षिका टेबल पर पैर रखकर मोबाइल में व्यस्त दिख रही है। एक अन्य महिला शिक्षिका कुर्सी पर ही सोई दिखाई दे रही है।
सुन्दरगढ़ प्राथमिक विद्यालय में इस तरह की अनियमितता बरती जा रही है जिसे लेकर इस स्कूल के तमाम शिक्षक-शिक्षकाओं और प्रधान शिक्षिका को अपना-अपना स्पष्टीकरण 24 घंटे के भीतर प्रस्तुत करने को कहा गया है। यह पूछा गया है कि उपरोक्त आचरण एवं अनियमितता के लिए क्यों नहीं आपके खिलाफ कठोर अनुशासनिक कार्रवाई की जाए?