ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025: NDA में सीट शेयरिंग से पहले ताबड़तोड़ उम्मीदवारों का एलान कर रही JDU, एक और कैंडिटेट की घोषणा की Bihar Election 2025: NDA में सीट शेयरिंग से पहले ताबड़तोड़ उम्मीदवारों का एलान कर रही JDU, एक और कैंडिटेट की घोषणा की Late Night Sleep Risk: नींद की अनदेखी सेहत पर भारी, देर रात जागने से बढ़ता है रोगों का खतरा; पढ़ लें... पूरी खबर BIHAR NEWS : पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज, कई घायल; BPSC TRE 4 में पोस्ट बढ़ाने कि कर रहे मांग India Nepal Train Service: अनिश्चितकाल के लिए बंद हुई भारत-नेपाल रेल सेवा, हिंसक प्रदर्शन को लेकर रेलवे ने लिया फैसला India Nepal Train Service: अनिश्चितकाल के लिए बंद हुई भारत-नेपाल रेल सेवा, हिंसक प्रदर्शन को लेकर रेलवे ने लिया फैसला Aishwarya Rai Bachchan: ऐश्वर्या राय बच्चन पहुंची कोर्ट, दायर किया याचिका; जान लें... क्या है मामला? Asia Cup 2025: एशिया कप को लेकर ACC का बड़ा फैसला, अब विनर को मिलेंगे इतने पैसे; इस तरह प्लेयर होंगे मालामाल Train Accident At Kiul Junction: टला बड़ा रेल हादसा, तीन डब्बे ट्रैक से उतरे; लखीसराय-किऊल रेलखंड पर आवागमन प्रभावित CM Fellowship Scheme Bihar : मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना को मिली मंजूरी, IIM बोधगया में होगी ट्रेनिंग

CM के गृह क्षेत्र में अनाज नहीं मिलने पर विरोध, लोग बोले- नीतीश जी हम कोरोना से नहीं भूखे ही मर जाएंगे

CM के गृह क्षेत्र में अनाज नहीं मिलने पर विरोध, लोग बोले- नीतीश जी हम कोरोना से नहीं भूखे ही मर जाएंगे

05-Apr-2020 06:15 PM

By Pranay Raj

NALANDA : सरकार लाख दावे कर ले लेकिन ग्राउंड रियलिटी कुछ और ही है। सरकार लॉकडाउन में अनाज बटंवाने का दावा तो कर रही है किसी को भूखा नहीं छोड़ने का प्रण तो ले रही है लेकिन खुद सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले की सच्चाई जानकर सन्न रह जाएंगे आप। ग्रामीणों ने यहां तक कह दिया सरकार हम तो कोरोना से नहीं भूखे ही मर जाएंगे।


नालंदा जिले के महानंदपुर गांव में आपको ले चलते हैं। जहां लॉकडाउन के बीच अनाज के लिए गुहार लगा रहे हैं लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। ग्रामीणों का धैर्य़ अब जवाब दे रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि जब वे अनाज लाने जाते है तो डीलर यह कहकर भगा देता है कि उजले कार्ड धारियों को सरकार द्वारा अनाज नहीं दिए जाने का निर्देश दिया गया है ।ग्रामीण बताते हैं कि पिछले चार सालों से उनके पास कार्ड रहते हुए भी उन्हें आजतक अनाज का एक दाना नहीं मिला अब तो लॉकडाउन के बीच अनाज नहीं मिलने से भूखों मरने की नौबत आ गयी है।


कोरोनावायरस को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन के बीच अब नालंदा के इस गांव में गरीबों का चूल्हा ठंडा पड़ने लगा है ।लोगों के सामने दो जून की रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है । रोजी-रोजगार सब बंद पड़ा है। कहां से लाए कैसे खाएं? 


हालात इतने खराब होने के बावजूद अधिकारी दावा करने से नहीं चूकते। अधिकारियों को आदेश देकर 'ऑल इज वेल' नजर आने लगता है।  एसडीओ जनार्दन प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि लॉकडाउन को देखते हुए सभी डीलरों को निर्देश दिया गया है कि जिन किन्हीं के पास किसी प्रकार का कार्ड है उन्हें अनाज उपलब्ध कराएं। उन्होंने बताया कि जांच कर डीलर पर कार्रवाई की जाएगी ।