पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
19-Aug-2024 05:50 PM
By RAJKUMAR
NALANDA: बिहार के अस्पतालों में डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की संवेदना मर चुकी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले में बच्चे की मौत के बाद उसका शव गोद में लेकर घूम रहे परिजनों को अस्पताल में तैनात गार्ड ने दौड़ा-दौडाकर पीटा। परिजनों का कसूर सिर्फ इतना थी कि वह डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे।
दरअसल, रहुई के बरादी गांव में गुड्डू यादव का 8 साल का बेटा गुलशन कुमार पानी डूब गया था। परिजन आनन-फानन में उसे लेकर स्थानीय अस्पताल पहुंचे थे, जहां से डॉक्टरों ने बच्चे को सदर अस्पताल रेफर किया था। परिजन जब सदर अस्पताल पहुंचे तो ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्यकर्मी बच्चे के परिजनों को इधर-उधर टहलाते रहे। समय पर इलाज नहीं होने के कारण बच्चे की मौत हो गई।
करीब आधे घंटे बाद इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर ने बच्चे की जांच की और उसे मृत घोषित कर दिया। बच्चे की मौत के बाद परिजन स्वास्थ्यकर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाकर रो रहे थे,तभी अस्पताल में तैनात गार्ड आपे से बाहर हो गया और बच्चे का शव गोद मे लिए परिजनों पर ताबड़तोड़ डंडे बरसाने शुरू कर दिए। इस घटना के बाद अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई।
घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से मामले को शांत कराया और बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। उधर, पूरे मामले पर पूछे जाने पर अस्पताल उपाधीक्षक अशोक कुमार ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है, जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त एक्शन होगा।