मुंगेर में चुनाव से पहले 1.72 किलो चांदी जब्त, फ्लाइंग स्क्वॉड टीम की बड़ी कार्रवाई मोतिहारी में चिकन पार्टी के बहाने युवक की हत्या, नेपाल से दो आरोपी गिरफ्तार मुंगेर में चुनाव से पहले अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, 15 निर्मित और 8 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ दो गिरफ्तार जमुई में हाई-वोल्टेज ड्रामा: 80 दिन से फरार पति प्रेमिका संग घर लौटा, पहली पत्नी ने थाने में दर्ज करायी शिकायत BIHAR NEWS : रुपए के लेन-देन में महिला के सिर में मारी गोली, शव को सड़क किनारे खेत में फेंका BIHAR NEWS : सुपौल में नदी में नहाते समय किशोरी की दर्दनाक मौत, मातम का माहौल Bihar Assembly Elections : मांझी का सीट हुआ लॉक,फाइनल कर वापस लौट रहे पटना ;जल्द जारी होगा कैंडिडेट का नाम Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें Diwali 2025: दूर कर लें कंफ्यूजन! 20 या 21 अक्टूबर कब है दीपावली? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय
30-Sep-2025 11:33 AM
By First Bihar
BIHAR NEWS : बिहार में सड़क हादसों का सिलसिला लगातार बढ़ता जा रहा है। आए दिन राज्य के किसी न किसी हिस्से से सड़क दुर्घटनाओं की खबरें सामने आती रहती हैं, जिनमें लोगों की जान चली जाती है। ताजा मामला नालंदा जिले से सामने आया है, जहां चंडी थाना इलाके के दौलतपुर गांव के पास हुए दर्दनाक सड़क हादसे में दो युवकों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई और गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया।
मिली जानकारी के अनुसार, तेज रफ्तार में आ रही दो बाइकों की आमने-सामने जबरदस्त भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य युवक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। हादसे के बाद वहां मौजूद लोगों ने घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उन्हें बिहारशरीफ सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।
पुलिस ने बताया कि मृतकों में एक की पहचान मनियारपुर निवासी रंजन कुमार के 15 वर्षीय पुत्र आयुष्मान कुमार के रूप में हुई है। आयुष्मान कुमार की मौके पर ही मौत हो गई थी। दूसरा मृतक पल्सर बाइक का चालक था, जिसकी पहचान अब तक नहीं हो पाई है। पुलिस उसकी पहचान करने की कोशिश में जुटी हुई है।
वहीं हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इनमें मनियारपुर गांव के सूरज कुमार और रविकांत कुमार शामिल हैं। इसके अलावा एक महिला भी गंभीर रूप से जख्मी हुई है, जिसकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। सभी घायलों को पहले स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन हालात नाजुक होने पर उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ग्रामीणों के अनुसार, मनियारपुर गांव से एक युवक अपनी आर-वन-फाइव बाइक लेकर पूजा करने के लिए जगदम्बा स्थान गया था। पूजा कर लौटने के दौरान दौलतपुर गांव के पास एक ट्रक सामने से आ गया। ट्रक से बचने के चक्कर में युवक की बाइक का संतुलन बिगड़ गया। इसी दौरान सामने से आ रही पल्सर बाइक से उसकी सीधी भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों बाइकें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं और सवार सड़क पर दूर-दूर तक जा गिरे।
घटना की सूचना मिलते ही चंडी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल भेज दिया। पुलिस ने बताया कि अभी मामले की छानबीन की जा रही है। साथ ही मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है।
हादसे की खबर जैसे ही गांव पहुंची, मृतकों के परिजनों में कोहराम मच गया। परिवार के लोग रो-रोकर बेहाल हो गए हैं। पूरे मनियारपुर गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है। लोग इस हादसे को तेज रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग का नतीजा बता रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में सड़क पर अक्सर तेज गति से बाइक और वाहन चलते रहते हैं, जिसके कारण आए दिन हादसे होते हैं। इसके बावजूद प्रशासन और पुलिस इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाते।
बिहार में सड़क हादसे लगातार चिंता का विषय बने हुए हैं। सरकारी आंकड़े भी बताते हैं कि राज्य में सड़क दुर्घटनाओं के कारण हर दिन औसतन कई लोगों की मौत हो रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन न करना, हेलमेट और सीट बेल्ट का इस्तेमाल न करना और सबसे बड़ी वजह वाहन चालकों की लापरवाही है।
नालंदा की यह घटना भी इसी कड़ी का हिस्सा है, जिसने एक बार फिर सड़क सुरक्षा के सवालों को खड़ा कर दिया है। हादसे में दो परिवारों ने अपने बेटों को खो दिया, जबकि घायल जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। स्थानीय लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि इलाके में ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए और तेज रफ्तार वाहनों पर अंकुश लगाया जाए, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
इस भीषण हादसे ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि सड़क पर लापरवाही महज कुछ सेकंड में किसी की जिंदगी छीन सकती है। अब जरूरत इस बात की है कि लोग स्वयं भी ट्रैफिक नियमों का पालन करें और सरकार भी सड़क सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए, ताकि मासूम जिंदगियां हादसों की भेंट न चढ़ें।