PATNA: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की निगाहें अब राजगीर के अलावा दूसरे जगहों पर भी गयी हैं. लिहाजा सरकार ने वैशाली में विशाल हेरिटेज सेंटर बनाने का फैसला लिया है. नीतीश कैबिनेट की आज हुई बैठक में वैशाली को पर्य़टन का केंद्र बनाने के लिए सुविधायें विकसित करने का फैसला लिया गया. राज्य सरकार ने सूबे के किसानों की आय बढ़ाने के लिए नयी योजना लागू करने का भी फैसला लिया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को हुई कैबिनेट की बैठक में कुल 7 एजेंडों पर मुहर लगायी गयी. इसमें वैशाली में हेरिटेज सेंटर बनाने का अहम फैसला लिया गया. ये हेरिटेज सेंटर लगभग तीन सौ एकड़ में फैला होगा. सरकार ने फैसला लिया है कि अगले एक साल में हेरिटेज सेंटर को बनाकर तैयार कर दिया जायेगा. वैशाली में अशोक स्तंभ के आसपास के पर्यटन स्थल को विकसित किया जायेगा।
बता दें कि वैशाली दुनिया का पहला लोकतांत्रिक गणराज्य माना जाता है. भगवान बुद्ध ने वैशाली के पास कोलहु में अपना आखिरी धर्मोपदेश दिया था. इसकी याद में सम्राट अशोक ने अपने प्रसिद्ध शेर स्तंभों में से एक यहां खड़ा किया. जैन धर्म का मूल वैशाली में भी है, क्योंकि 527 ईसा पूर्व में, भगवान महावीर यहीं पैदा हुए थे और वैशाली में 22 वर्ष तक रहे थे।
वैशाली के बाहरी इलाके में भव्य दो मंजिला बौद्ध मठ बना था. भगवान बुद्ध अक्सर यहां उपदेश देते थे. वैशाली में बना विश्व शांति स्तूप भारत में छठा स्तूप है. वैशाली संग्रहालय के पास छायांकित स्तूप है जहां भगवान बुद्ध का अस्थि कलश रखा गया है. वैशाली में हुई खुदाई में कई पुरातात्विक अवशेष मिल चुके हैं. सरकार ने इस पूरे इलाके को हेरिटेज सेंटर बनाने का फैसला लिया है।
हाईकोर्ट कर्मियों को हाईटेक आवास
नीतीश कैबिनेट की बैठक में पटना हाईकोर्ट के कर्मचारियों के लिए हाईटेक आवास बनाने का भी फैसला लिया गया. पटना के अदालतगंज में हाईकोर्ट के कर्मचारियों औऱ अधिकारियों के लिए ये आवासीय परिसर बनाया जायेगा. वहीं राज्य सरकार ने किसानों के लिए नयी स्कीम की भी मंजूरी दे दी है. कैबिनेट की बैठक में पारित किये गये इस योजना के तहत सरकार किसानों की आय बढ़ाने का काम करेगी। नयी कृषि योजना को सरकार ने आज मंजूरी दे दी।