समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!
1st Bihar Published by: saif ali Updated Mon, 14 Sep 2020 02:33:00 PM IST
MUNGER : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों के नेता अपने-अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. लोगों के साथ जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है. चुनाव प्रचार के दौरान कई नेताओं को जनता की नाराजगी का सामना कारण पड़ रहा है. नीतीश सरकार में मंत्री शैलेश कुमार को भी अपने ही इलाके में भारी फजीहत झेलनी पड़ी है. जनसंपर्क अभियान के दौरान ग्रमीणों ने उन्हें गांव से खदेड़ दिया. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जो तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.
मामला मुंगेर जिले के जमालपुर इंद्ररुख गांव का है. जहां नीतीश सरकार में ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे. इस दौरान लोगों के साथ उनकी कड़ी बहस हो गई. लोगों ने उनसे कामकाज का हिसाब मांगना शुरू कर दिया. ग्रामीणों मंत्री शैलेश कुमार के ऊपर विकास के बदले जातिवाद करने का आरोप लगाया और उन्हें वोट देने से साफ़ इंकार कर दिया. ग्रामीणों ने मंत्री शैलेश कुमार को आइना दिखाते हुए कहा की उन्होंने जमालपुर का विकास करने के बजाए सिर्फ जातिवाद किया है.
विरोध के दौरान स्थानीय लोगों ने ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार से कहा कि वे लोग आरजेडी या बीजेपी को वोट दे देंगे लेकिन किसी भी हाल में जेडीयू को वोट नहीं देंगे. जिसके बाद मंत्री ने अपनी सफाई देनी चाही लेकिन लोगों के आक्रोश के सामने उनकी एक न चली और उल्टे पांव उन्हें गांव से भागना पड़ा. बताया जा रहा है कि जनसंपर्क अभियान के दौरान जमालपुर इंद्ररुख गांव पहुंचे मंत्री ने मुखिया को 'मुखिया जी' नहीं डायरेक्ट मुखिया कह कर बुलाया, इसलिए लोग नाराज हो उठे.
मंत्री शैलेश कुमार जिला मुखिया संघ के पूर्व अध्यक्ष देवेश सिंह के पिता अशोक कुमार सिंह सहित अन्य ग्रामीणों से बातचीत कर रहे थे. बातचीत के दौरान गांव में सड़क, सिंचाई सहित अन्य समस्याएं दूर नहीं होने के कारण ग्रामीणों और मंत्री में नोकझोंक शुरू हो गई. इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क नहीं बनने पर मंत्री की जमकर क्लास ली.