विद्या विहार आवासीय विद्यालय में मना गांधी और शास्त्री की जयंती, दोनों महापुरुषों के तैलिय चित्र पर शिक्षकों ने किया पुष्प अर्पित

विद्या विहार आवासीय विद्यालय में मना गांधी और शास्त्री की जयंती, दोनों महापुरुषों के तैलिय चित्र पर शिक्षकों ने किया पुष्प अर्पित

PURNEA: विद्या विहार आवासीय विद्यालय (वीवीआरएस) ने भारतीय इतिहास की दो महान हस्तियों, महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को क्रमशः उनकी 154वीं और 119वीं जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि दी। यह कार्यक्रम रविबंश नारायण मिश्रा मेमोरियल ऑडिटोरियम, वीवीआरएस, पूर्णिया में हुआ और सुबह 7:40 बजे शुरू हुआ।


समारोह में एकता और श्रद्धा का प्रेरक प्रदर्शन देखा गया क्योंकि विद्या विहार के छात्र स्वच्छता और भक्ति की भावना में डूब गए। छात्रावास के छात्रों ने अपने  स्कूल परिसर के प्रति जिम्मेदारी की गहरी भावना का प्रदर्शन करते हुए एक सराहनीय स्वच्छता अभियान का नेतृत्व किया।


दिन की शुरुआत सुबह 7:40 बजे एक विशेष सभा के साथ हुई, जिसके बाद प्रार्थना 'वैष्णव जन तो' की भावपूर्ण प्रस्तुति हुई। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को हार्दिक श्रद्धांजलि थी, जिसका प्रतीक फूलों की पेशकश थी - एक ऐसा कार्य जिसने इन नेताओं के शाश्वत मूल्यों और सिद्धांतों को समाहित किया। इस मार्मिक श्रद्धांजलि का नेतृत्व स्कूल की प्रीफेक्टोरियल टीम ने किया फिर उसके बाद सभी शिक्षकों ने बारी बारी से दोनो महापुरुषों के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किये ।


कार्यक्रम में छात्र एवम छात्रा वक्ताओं द्वारा दिए गए ज्ञानवर्धक जीवनी संबंधी भाषण शामिल थे, जो महात्मा गांधी और शास्त्रीजी के जीवन और योगदान का एक ज्वलंत उदाहरण प्रस्तुत कर रहे थे । गायक मंडली द्वारा  'रघुपति राघव राजा राम' भजन की मधुर प्रस्तुति दी गई, जिससे माहौल भक्ति और एकता से भर गया।


विद्या विहार आवासीय विद्यालय अपने मेहनती शिक्षकों, उत्साही छात्रों और सांस्कृतिक विभाग को उनके अटूट समर्पण के लिए हार्दिक धन्यवाद देता है, जिन्होंने इस आयोजन को शानदार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संगीत शिक्षिका सुप्रिया मिश्रा ,संगीत शिक्षक सत्यानंद कुमार, शिक्षिका अजीता मिश्रा एवम शिक्षिका इंद्राणी वर्मा का अहम योगदान रहा। यह उत्सव एक यादगार और समृद्ध अनुभव था, जिसने उपस्थित सभी लोगों को भारत के इन दो महान विभूतियों की अदम्य भावना और स्थायी विरासत पर विचार करने का मौका दिया।


इस पुनीत अवसर पर विद्यालय के निदेशक आर.के.पॉल, संयुक्त निदेशक दिगेद्र नाथ चौधरी, विद्यालय प्राचार्य निखिल रंजन,विद्यालय पी.आर. ओ. राहुल शांडिल्य, प्रशासक अरविंद सक्सेना,चंद्रकांत झा एवं प्रीति पांडेय,उप प्राचार्य डॉ गोपाल झा एवं गुरुचरण सिंह सहित शिक्षकगण एवम छात्र छात्राएं उपस्थित थे ।