BEGUSARAI: बेगूसराय के जीडी कॉलेज परिसर में आज एक एतिहासिक जुटान हुई. न किसी को गाड़ी दी गयी थी औऱ ना ही भोजन-पानी का इंतजाम था. ना ही उन्हें किसी निजी फायदे का भरोसा दिलाया जा रहा था. फिर भी 50 हजार से ज्यादा लोग एक साथ जुटे. गंगा तट पर बसे शहर में संकल्प लिया- मैं करूंगा अपने पूर्वजों की भूमि का पुनरुद्धार, मैं बदलूंगा बिहार.
बेगूसराय के जीडी कॉलेज मैदान में आज लेट्स इंस्पायर बिहार नाम के मुहिम के तहत जन संवाद का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. चर्चित आईपीएस अधिकारी विकास वैभव ने लेट्स इंस्पायर बिहार यानि बिहार को प्रेरित करें मुहिम की शुरूआत की है. इसके तहत बिहार ही नहीं बल्कि राज्य और देश से बाहर बसे बिहारी अपने राज्य को बदलने की कोशिश कर रहे हैं. इस मुहिम को मुकाम पर पहुंचाने की बड़ी पहल के तौर पर आज बेगूसराय में जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया था.
लेट्स इंस्पायर बिहार के इस जन संवाद कार्यक्रम में बिहार के लगभग सभी जिलों से लोग पहुंचे थे. 50 हजार से ज्यादा लोग अपने संसाधनों के सहारे जनसंवाद में शामिल होने पहुंचे. लोगों से संवाद करते हुए आईपीएस विकास वैभव ने कहा कि बिहार में 30 साल से कम उम्र के युवकों की संख्या 9 करोड़ है. अगर युवाओं की शक्ति का सही उपयोग कर लिया जाये तो फिर बिहार की खुशहाली को कोई ताकत रोक नहीं सकती.
उन्होंने कहा कि जन संवाद में आये लोग इसका संकल्प लें कि युवाओं को बेहतर शिक्षा के लिए काम करेंगे. जाति-धर्म के भेदभाव से उपर उठकर समाज में समता बनाए रखेंगे और युवाओं की उद्यमिता का विकास करेंगे. विकास वैभव ने कहा कि बिहार शुरू से पिछड़ा नहीं था. आज भले ही ऑक्सफोर्ड और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय को शिक्षा का बड़ा केंद्र माना जाता है लेकिन जब उनका अस्तित्व भी नहीं था तब विदेश से छात्र बिहार के नालंदा और विक्रमशिला विश्वविद्यालय में पढ़ने आते थे. जाति-धर्म से ऊपर उठकर वैशाली के 7700 गणराज्य गणाधिपति का चुनाव करते थे.
अब हमें इसका संकल्प लेना है कि बिहार के इसी गौरव को लौटायेंगे. विकास वैभव ने कहा कि लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान से अब तक 75 हजार से ज्यादा लोग जुड़ चुके हैं जिसमें भारत के अलावा 23 देशों के लोग शामिल हैं. इस मुहिम से जुड़े सारे लोग बिहार की तरक्की की कोशिश कर रही हैं.
अभियान से जुड़ी महिलायें गार्गी पाठशाला चलाकर लड़कियों को शिक्षित करने की पूरी कोशिश कर रही हैं. बिहार के लोगों को प्रेरित करने के लिए देश भर में एक हजार से ज्यादा कार्यक्रम हो चुके हैं. उन्होंने जन संवाद में जुटे लोगों का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें संकल्प लेने को कहा. इसके बाद लोगों ने संकल्प लिया- मैं बदलूंगा बिहार! मैं करूंगा अपने पूर्वजों की भूमि का पुनरुद्धार.