ब्रेकिंग न्यूज़

बेगूसराय में बाढ़ का कहर: 12 घंटे में 7 की मौत, प्रशासन पर लापरवाही का आरोप BIHAR: गंगा नदी में 100 KM बहकर बचा शख्स, बेंगलुरु से आने के बाद पटना में लगाई थी छलांग Bihar News: बिहार में पानी में डूबने से दो सगी बहनों की मौत, छोटी सी गलती और चली गई जान Bihar Crime News: बिहार में एक धुर जमीन के लिए हत्या, चचेरे भाई ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर ले ली युवक की जान Bihar Crime News: बिहार में एक धुर जमीन के लिए हत्या, चचेरे भाई ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर ले ली युवक की जान Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौत, मायके से लौटने के दौरान तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौत, मायके से लौटने के दौरान तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा Bihar News: पुनौरा धाम को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने की कवायद शुरू, सड़क, रेल और हवाई मार्ग से होगी कनेक्टिविटी Bihar News: पुनौरा धाम को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने की कवायद शुरू, सड़क, रेल और हवाई मार्ग से होगी कनेक्टिविटी Bihar News: बिहार के स्कूल-कॉलजों में खुलेगी डिजिटल लाइब्रेरी, इतने करोड़ खर्च करेगी नीतीश सरकार

Mahananda Navami 2025: महानंदा नवमी 2025 की डेट, महत्व और पूजा विधि जानें

महानंदा नवमी पर मां दुर्गा की पूजा करने का महत्व है। अगर आप शत्रुओं से परेशान हो चुके हैं तो आज महानंदा नवमी पर कुछ उपाय कर सकते हैं। इससे शत्रु पराजित होंगे।

Mahananda Navami 2025

06-Feb-2025 11:17 AM

By First Bihar

Mahananda Navami 2025: महानंदा नवमी एक प्रमुख धार्मिक पर्व है, जिसे माघ, भाद्रपद और मार्गशीर्ष महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। इस पर्व को "ताला अष्टमी" के नाम से भी जाना जाता है। विशेष रूप से उत्तरी और पूर्वी भारत, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में इसे बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष, महानंदा नवमी 6 फरवरी 2025, गुरुवार को पड़ रही है।

यह दिन माघ गुप्त नवरात्रि की नवमी तिथि के साथ आता है, जिससे इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। भक्त इस दिन देवी महानंदा की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं, जोकि जीवन में शांति, समृद्धि और शत्रुओं से मुक्ति प्रदान करता है।


कौन हैं देवी महानंदा?

पौराणिक और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, महानंदा नवमी के दिन देवी नंदा की पूजा की जाती है। देवी नंदा, माता पार्वती का एक अन्य रूप हैं, जिन्हें शक्ति और करुणा का प्रतीक माना जाता है।

माना जाता है कि देवी महानंदा की पूजा करने से:

भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

शत्रुओं का नाश होता है।

स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।

जीवन के संकट और परेशानियों का समाधान मिलता है।


महानंदा नवमी के उपाय और मंत्र

इस दिन देवी की कृपा पाने और जीवन की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए कुछ विशेष उपाय और मंत्र बताए गए हैं।


उपाय:

यदि जीवन में समस्याएं हैं, तो इस दिन व्रत रखकर देवी से सुख-समृद्धि की कामना करें।

शत्रु बाधा से मुक्ति के लिए देवी के मंत्र का जाप करें और हवन करें। धान के लावा को भूनकर हवन में अर्पित करें।


शत्रु बाधा निवारण मंत्र:

“ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे। ऊँ ग्लौं हुं क्लीं जूं सः ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ज्वल हं सं लं क्षं फट् स्वाहा।।”

इस मंत्र का 11 बार जाप करने से शत्रुओं से संबंधित परेशानियां दूर होती हैं।


सभी बाधाओं से मुक्ति के लिए मंत्र:

“सर्वा बाधा विनिर्मुक्तो धन धान्य सुतान्वितः। मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशयः॥”

इस मंत्र का 11 बार जाप करने से जीवन की बाधाओं से मुक्ति मिलती है और सुख-शांति का अनुभव होता है।


महानंदा नवमी का महत्व

महानंदा नवमी का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व अत्यंत गहरा है। यह दिन उन भक्तों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है, जो जीवन की समस्याओं से जूझ रहे हैं या शत्रुओं के कारण परेशान हैं।


इस दिन:

देवी महानंदा की पूजा करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है।

व्रत रखने और मंत्र जाप करने से मानसिक शांति और शक्ति मिलती है।

शत्रुओं से जुड़ी हर प्रकार की समस्याओं का नाश होता है।


विशेष संदेश

महानंदा नवमी पर देवी महानंदा की पूजा और मंत्र जाप करने से भक्तों को आंतरिक शक्ति, समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है। जो भक्त इस दिन व्रत रखते हैं और देवी के प्रति सच्ची आस्था रखते हैं, उन्हें देवी की कृपा अवश्य प्राप्त होती है। आप सभी को महानंदा नवमी की हार्दिक शुभकामनाएं।