ARWAL: ऑपरेशन के दौरान महिला की मौत, संचालक मौके से फरार, इलाज में लापरवाही के कारण गई जान शिवहर में 4 दिन से लापता 14 वर्षीय किशोर का मिला शव, इलाके में सनसनी VAISHALI: एनएच-22 पर दर्दनाक सड़क हादसा: दो बाइकों की टक्कर में युवक की मौत, बहन समेत दो घायल मंगल पांडेय से प्रशांत किशोर ने मांगा इस्तीफा, कहा..थोड़ी भी शर्म और लज्जा बची है तो स्वास्थ्य मंत्री पद की कुर्सी छोड़ें BHOJPUR: धर्म-संस्कृति और समाज सेवा के संगम बने अजय सिंह, सामाजिक चेतना को दे रहे नई दिशा DARBHANGA: शहीद सूरज नारायण सिंह की स्मृति सभा कल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार होंगे शामिल, आनंद मोहन ने की भारत रत्न की मांग मुंगेर में 25 लाख की भीषण चोरी: रिटायर्ड रेलकर्मी के बंद घर को बनाया निशाना, इलाज के लिए दिल्ली गया हुआ था दंपति जब तक 5000 करोड़ से PMCH का निर्माण चलता रहेगा तब तक पद पर बने रहेंगे अधीक्षक IS ठाकुर, तेजस्वी ने सरकार पर बोला हमला BIHAR: जमुई में होमगार्ड भर्ती पर धांधली का आरोप, अभ्यर्थियों ने डीएम से की निष्पक्ष जांच की मांग Bihar News: निगरानी कोर्ट ने भ्रष्ट दारोगा को सुनाई सजा, रिश्वत लेते हुआ था गिरफ्तार
21-Mar-2025 03:54 PM
By First Bihar
Parenting Tips : पैरेंट्स को अक्सर यह शिकायत रहती है कि उनका बच्चा 10 साल का या उससे ऊपर का हो गया है मगर आज भी अकेले सोने से कतराता है, यह समस्या हर दुसरे पेरेंट्स को परेशान करता है, इस मामले में वे ज्यादा कुछ कर भी नहीं पाते हैं, आखिर वे अपने बच्चों को इस बात के लिए डांट भी नहीं सकते और बच्चों की जिद के आगे आसानी से हार भी मान लेते हैं, आखिर ममता भी तो कोई चीज होती है. तो हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे आप अपने बच्चों में आसानी से अकेले सोने की आदत विकसित कर सकते हैं
निरंतरता है जरुरी
ऐसा अक्सर देखा जाता है कि माता पिता एक दो दिन के लिए तो अपने बच्चों को अकेला सोने देते हैं लेकिन फिर खुद ही इस आदत को बरकरार नहीं रख पाते. कृपया ऐसा ना करें, उन्हें निरंतरता के साथ अकेले सोने दें, शुरुआत में कुछ दिन आपको तकलीफ होगी मगर फिर बाद में यह आपके और आपके बच्चे के लिए ही फायदे का सौदा साबित होगा.
सजाकर रखें अपने बच्चों का कमरा
बच्चे अपने कमरे में तभी सोने जाएंगे जब उनके कमरे में कोई ख़ास बात होगी. इसलिए बेहतर होगा कि आप उनके कमरे को सजाकर रखें, आप उनके मन पसंद खिलौने वहां रखें, उनके फेवरेट सुपरहीरोज की तस्वीरें वहां लगाएं या फिर उनकी अन्य पसंदीदा चीजें उनके रूम में अलग-अलग जगह फिट कर दें. इससे उनका मन करेगा कि वे अपने कमरे में अकेले सोएं. इसके लिए आप चाहें तो उनके सोने के अलग कपडे भी रख सकते हैं या फिर उनके लिए अतरंगी मगर सुंदर बेडशीट भी इस्तेमाल कर सकते हैं. चाहे तो आप अपने बच्चे के लिए कोई सॉफ्ट टॉय भी ला सकते हैं.
इन चीजों के अलावा आप 2 अन्य चीजों का भी ध्यान रख सकते हैं, जिससे आपको इस मामले में मदद मिल सकती है. पहली बात तो यह कि बच्चों को कभी भी जबरदस्ती अकेले सोने के लिए बाध्य ना करें, उन्हें प्यार से समझाएं यह तरीका ज्यादा कारगर साबित होगा. बच्चों पर दवाब डालना कभी एक अच्छा विकल्प नहीं होता.
दूसरी बात यह कि जब आपका बच्चा सोने जाए तो उसके साथ उसके कमरे में जाएं, वहां थोडा वक्त बिताएं, उनसे बातें करें. यकीन मानिए ये तरीके बेहद कारगर साबित होंगे और देखते ही देखते आपका बच्चा अकेले सोने का आदि हो जाएगा. तो देर किस बात की, आज से ही इन उपायों को अमल में लाएं और देखें कि आपका बच्चा कैसे बड़ों की तरह अकेले सोने में महारथ कुछ ही दिनों में हासिल कर लेता है.