DESK : देश में होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अब विपक्षी एकता को एकजुट करने मुहीम काफी तेजी से शुरू हो गई है। अब इसको लेकर न सिर्फ नीतीश, तेजस्वी और केसीआर बल्कि बीमारी से उबरने के बाद लालू यादव भी जुट गए हैं। लालू भले ही अपनी बिमारी से ठीक ढंग से नहीं उबरे हो लेकिन इसके बाबजूद वो राज्य और देश की राजनीति पर भलीं-भांति नजर बनाए हुए हैं। यहीं वजह है कि अब लालू के विपक्षी एकता को एकजुट करने की मुहीम पर उसके बातचीत करने और लालू के स्वास्थ्य की जानकारी लेने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी उनके दिल्ली आवास पर पहुंचे।
दरअसल, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने पिछले दिनों सिंगापूर से वापस लौटे राजद सुप्रीमों लालू यादव से मिलने दिल्ली आवास पर पहुंचे। इस दौरान बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी मौजूद रही। इन दोनों नेताओं के बीच घंटों मुलाक़ात हुई है। इस दौरान इनलोगों से आगामी लोकसभा और बिहार विधानसभा चुनाव की रणनति को लेकर भी बातचीत की है। इसके साथ ही इन लोगों से इस बात पर भी चर्चा की कैसे 2024 में मोदी सरकार को गद्दी से हटाने के लिए विपक्षी एकजुटता को साथ लाया जाए और जो बात नीतीश कुमार कह रहे हैं उसमें मजबूती प्रदान किया जाए।
मालूम हो कि, राजधानी पटना में भी पिछले दो दिनों से भाकपा-माले के राष्ट्रीय महाधिवेशन के मंच से विपक्षी एकता को एक जुट करने के लिए राष्ट्रीय कन्वेंशन का आयोजन किया गया है। यह आयोजन आज यानि 18 फरवरी को 11 से 2 बजे तक आयोजित किया गया है। इसमें 2024 के लोक सभा चुनाव के लिए विपक्ष की ओर से बिगुल फूंका जाएगा। कन्वेंशन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सहित भाकपा - माले के राष्ट्रीय महासचिव कामरेड दीपांकर भट्टाचार्य व अन्य वरिष्ठ नेता भाग ले रहे हैं।
जानकारी हो कि, 2024 की चुनाव में हर राज्य में मजबूती से बीजेपी के सामने आने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट किया जा रहा है। इसके साथ ही साथ यह कोशिश भी जा रही है कि लोकसभा चुनाव को लेकर सभी विपक्षी दलों का एक गठबंधन बनाया जाए ओर उसके बाद इसको लेकर विपक्ष के तरफ से भी मात्र एक पीएम उमीदवार मैदान में लाया जाए ताकि वोट का बंटवारा न हो सके तो भाजपा को चुनाव हराने में आसानी हो।
आपको बताते चलें कि, बिहार के मुख्यमंत्री सहित देश के अन्य कई राज्यों के मुख्यमंत्री आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी तेयारी शुरू कर दी है। नीतीश कुमार इसको लेकर कांग्रेस की नेत्री सोनिया गांधी से मुलाक़ात कर चुके हैं। इस दौरान भी सबसे महत्वपूर्ण भूमिका लालू यादव ने ही निभाई थी। इसके बाद अब सीताराम येचुरी से लालू यादव से मुलाकात कर विपक्षी एकता की मुहीम को नई धार देने की कोशिश में जुट गए हैं।