PATNA : जीएम सीड फसल का देशभर में लगातार विरोध हो रहा है। खासकर हाइब्रिड सरसों की फसल को लेकर किसान ही नहीं बल्कि तमाम नेता भी विरोध जता रहे हैं। इसी कड़ी में आज राजधानी पटना में पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। उन्होंने कहा कि विदेशी कंपनियां जीएम सीड फसल को लेकर देश के अधिकारियों के माध्यम से लगाना चाहते हैं। सुधाकर सिंह ने कहा कि जीएम सीट फसल भारत के किसानों के लिए सही नहीं है क्योंकि इस फसल का कोई बीज नहीं होता। बिहार सरकार के कुछ निकम्मे अधिकारियों की वजह से इसे दोबारा बिहार में लागू कराने की कोशिश की जा रही है।
सुधाकर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जीएम सिड फसल को बिहार में नहीं लागू करने का जब फैसला किया है तो अधिकारी यह कोशिश क्यों कर रहे हैं? सुधाकर सिंह ने कहा कि आने वाले शीतकालीन सत्र के दौरान सदन में भी इस पर आवाज उठाएंगे। उन्होंने कहा कि एमसीड फसल को लेकर हमने बिहार के सभी विधायक बिहार के सभी सांसदों और मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है कि जीएम सीड फसल का विरोध करें। सुधाकर सिंह ने कहा कि जरूरत पड़ी तो अब मुख्यमंत्री से भी मुलाकात करेंगे।
पूर्व कृषि मंत्री के इस्तीफे के सवाल को लेकर आरजेडी विधायक भाई बिरेंद्र द्वारा दिए गए बयान पर सुधाकर सिंह ने कहा कि हमने उनके बयानों को सुना नहीं है। वह पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, विधायक हैं लेकिन इस मामले पर जब पार्टी ने फैसला लिया है कि किसी भी बड़े बयानों पर तेजस्वी प्रसाद यादव ही कुछ बोलेंगे। आपको बता दें, भाई बिरेंद्र कल कैमूर दौरे पर थे, जहां उन्होंने कहा कि सरकार में या पार्टी के किसी नेताओं ने सुधाकर सिंह से इस्तीफा नहीं मांगा था बल्कि सुधाकर सिंह ने खुद इस्तीफा दिया है।