सुधाकर सिंह के समर्थन में उतरे आरसीपी, कहा.. सच स्वीकार करना अच्छी बात.. मंत्री ने जो देखा उसे बताया

सुधाकर सिंह के समर्थन में उतरे आरसीपी, कहा.. सच स्वीकार करना अच्छी बात.. मंत्री ने जो देखा उसे बताया

KAIMUR : बिहार सरकार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने पिछले दिनों कैमूर में एक ऐसा बयान दे दिया जिससे नीतीश सरकार के जीरो टॉलरेंस के दावे की पोल खुल गई। मंत्री सुधाकर सिंह ने अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा था कि कृषि विभाग के अधिकारी चोर हैं और वे खुद चोरों के सरकार हैं। सुधाकर सिंह के इस बयान को सीधे सीधे नीतीश सरकार पर हमला माना जा रहा है। सुधाकर सिंह ने आज एक बार फिर कहा कि वे अपने बयान पर पूरी तरह से कायम हैं। अब जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह कृषि मंत्री सुधाकर सिंह का समर्थन में खड़े हो गए हैं। उन्होंने कहा है कि सुधाकर सिंह ने वही कहा है जो उन्हें दिख रहा है।


दरअसल, आरसीपी सिंह मंगलवार को कैमूर पहुंचे थे। इसी दौरान उन्होंने सुधाकर सिंह के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि जो गलत दिख रहा है उसे छिपाना नहीं चाहिए। सुधाकर सिंह ने भी वहीं किया है। कृषि मंत्री को जो गलत लगा उसकी उन्होंने चर्चा की। ऐसा नहीं होना चाहिए कि जो गलत है उस पर हम सही का चादर ओढ़ा दें और सब बढ़िया दिखने लगे। आरसीपी सिंह ने कहा कि सच्चाई को कभी भी छिपाना नहीं चाहिए। सच्चाई बोलने से समस्या बाहर आती है और जिससे उसका निराकरण करना आसान हो जाता है। इसलिए गलत को कभी भी सच क पर्दे से कवर नहीं करना चाहिए। 


उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां सब लोग गलत को कवर करने में लगे रहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर विभाग के मंत्री ही ऐसा कुछ कह रहे हैं तो उस पर कुछ विशेष नहीं कहा जा सकता है। लेकिन अगर गड़बड़ियां हैं तो उसे स्वीकार करना चाहिए। जब आप गलती स्वीकार करिएगा तभी कोई रास्ता निकलेगा। सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए, उसको हेड ऑन लेना चाहिए तभी कुछ कर पाईएगा। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश खुले में शौच से मुक्त हो चुका है लेकिन बिहार आज भी खुले से शौचमुक्त नहीं हो सका है। बावजूद इसके बिहार के कई प्रखंडों को खुले में शौच से मुक्त होने का सर्टिफिकेट दे दिया गया।


बता दें कि बिहार सरकार में आरजेडी कोटे से कृषि मंत्री बने सुधाकर सिंह ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कृषि विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर मंत्री ने पिछले दिनों कैमूर में एक सभा के दौरान कहा था कि उनके विभाग के अधिकारी चोर हैं और वे चोरों के सरदार हैं। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि उनके ऊपर भी कई सरदार मौजूद हैं। मंत्री के इस बयान के बाद अब बिहार की सियासत तेज हो गई है।