PATNA : सरकार के लाख दावों के बावजूद स्मार्ट शहरों की रियल टाइम रैंकिंग में पटना एक बार फिर से फिसड्डी साबित हो गया है। रियल टाइम रैंकिंग में पटना पहले 54वें पायदान पर था लेकिन इस बार और पीछे जाकर 82वें स्थान पर पहुंच गया है। इतना ही नहीं बिहार के घोषित चार स्मार्ट शहरों की लिस्ट में भी पटना सबसे नीचे है और पिछले साल की रैंकिंग से 28 अंक नीचे चला गया है। ऐसे में एक बार फिर से सरकार के दावों पर सवाल उठना लाजमी है।
स्मार्ट शहरों की सूची में इंदौर 200 अंक प्राप्त करते हुए रैंकिंग में सबसे टॉप पर है। दूसरे नंबर पर उदयपुर, तीसरे पर सूरत, चौथे स्थान पर आगरा जबकि पांचवें स्थान पर अहमदाबाद शहर है। बात करें बिहार के घोषित चार स्मार्ट शहरों की तो राजधानी पटना मुजफ्फरपुर, भागलपुर और नालंदा से भी नीचे चला गया है। रियल टाइम रैंकिंग में भागलपुर जहां 76वें स्थान पर है वहीं मुजफ्फरपुर 78वें और बिहारशरीफ 81वें स्थान पर बना हुआ है। जबकि पटना 28 पायदान नीचे जाकर 82वें रैंक पर है।
बता दें कि स्मार्ट सिटी के मानदंडों को पूरा नहीं करने पर पटना को जीरो अंक मिला है वहीं खर्च किए गए फंड को लेकर माइनस 10 अंक पटना को मिले हैं जबकि फिजिकल और फाइनेंशियल प्रोग्रेस के लिए निर्धारित 50 अंक में से पटना को माइनस 10 अंक मिले हैं। पटना को 250 में से महज 16.83 अंक मिल सके हैं। जानकारी के मुताबिक पटना के फिसड्डी होने का कारण सरकार द्वारा घोषित योजनाओं का समय से पूरा नहीं होना है। राजधानी पटना के मुकाबले दूसरे राज्यों का प्रदर्शन स्मार्ट सिटी परियोजना को लेकर काफी अच्छा है।