PATNA: पटना के फतुहां में रविवार की देर शाम आपसी विवाद को लेकर भारी बवाल हुआ। एक जाति विशेष के लोगों के बीच ताबड़तोड़ फायरिंग हुई। फायरिंग की इस घटना में पांच लोगों को गोली मार दी गई, जिसमें से दो की मौके पर ही मौत हो गई थी। इसके बाद जो कुछ हुआ, उसे जंगलराज की वापसी बताई जा रही है। विधान परिषद में विरोधी दल के नेता सम्राट चौधरी ने कहा है कि जिस प्रकार से 90 के दशक में लालू राज में सड़कों पर नंगा नाच होता था, आरजेडी के सत्ता में वापसी के बाद आज फिर से वही मंजर देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने लालू से गठबंधन कर एक बार फिर बिहार को जातिवाद की आग में झोंक दिया है। ऐसे में अगर नैतिकता बची है तो वे तुरंत मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दें।
सम्राट चौधरी ने कहा है कि बिहार की सत्ता में लालू प्रसाद की एंट्री के बाद हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। 90 के दशक में जिस तरह से लालू ने पूरे बिहार में जातिवाद का जहर घोला आज आरजेडी के सत्ता में आने के बाद फिर से सत्ता के संरक्षण में वही काम किया जा रहा है। छपरा के मुबारकपुर की घटना के बाद अब पटना सिटी के फतुहां में जातिय उन्माद फैल रहा है। पटना सिटी में एक जाति विशेष के लोगों ने दिन के उजाले में नंगा नाच किया। नीतीश कुमार के भीतर अगर थोड़ी सी भी नैतिकता बची है तो उन्हें मुख्यमंत्री के पद से बिना देरी किए इस्तीफा दे देना चाहिए। बिहार को जातिवाद की आग में झोंक कर नीतीश कुमार को अब सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं रह गया है।
बता दें कि बिहार में बेलगाम हो चुके अपराधी लगातार तांडव मचा रहे हैं बावजूद सरकार मूक दर्शक बनी हुई है। शनिवार को राजधानी पटना के जेठुली में दिनदहाड़ें 50 राउंड से ज्यादा फायरिंग की गई। सड़क किनारे गिट्टी गिराने को लेकर पहले बहस हुई और फिर गोलियां चलने लगीं। पांच लोगों को गोली मारी गयी, जिसमें दो की मौत हो गयी है जबकि तीन लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। इधर, घटना के विरोध में गुस्साए लोगों ने जमकर उत्पात मचाया और आरोपी के घर और कम्युनिटी हॉल को आग के हवाले कर दिया।
वारदात के दूसरे दिन भी आरोपी बच्चा राय और उमेश राय के घर, सिगरेट गोदाम और मैरिज हॉल में आग लगा दिया गया। मौके पर पहुंचे मीडियाकर्मियों के साथ मारपीट की गई, पुलिस पहुंची तो उसे भी लोगों ने खदेड़ दिया। जिसके बाद अब मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है, और पुलिस और प्रशासन के अधिकारी लोगों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं। इस घटना के बाद बिहार का सियासी पारा चरम पर पहुंच गया है और विपक्षी दल सरकार को घेरने की मुहिम में जुट गए हैं।