PATNA :राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर काफी लंबे के बाद एक बार फिर से मकर संक्रांति यानी 14 जनवरी शनिवार को 'दही चुड़ा भोज' का आयोजन किया गया जायेगा। इस 'दही चुड़ा भोज' में महागठबंधन सहित सभी दलों के नेता एवं कार्यकर्ता आमंत्रित होंगे। राजद की तरफ से जारी आधिकारिक जानकारी के मुताबिक इस अवसर पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, मंत्री तेज प्रताप यादव एवं सांसद मीसा भारती के साथ-साथ राष्ट्रीय जनता दल के सभी पदाधिकारी, नेता एवं कार्यकर्ता स्वागत में उपस्थित रहेंगे।
बता दें कि, बिहार में नई सरकार के गठन के बाद यह पहला आयोजन होगी जिसकी जिम्मेदारी बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी के ऊपर होगी। हालांकि,, इससे पहले भी राजद सुप्रीमों लालू यादव के तरफ से उनके स्वस्थ्य होने पर 'दही चुड़ा भोज' का आयोजन होता रहा है। इस दौरान वह खुद अपने पार्टी और सहयोगियों को दही परोसते हुए भी नजर आते रहे हैं। लेकिन, इस बार यह काम तेजस्वी के हाथों होने की उम्मीद जताई जा रही है। राजद के तरफ से इस बार मकर सक्रांति पर चूड़ा दही भोज का आयोजन करने का निर्णय आधिकारिक तौर पर कर लिया गया है।
दरअसल, राजद प्रदेश कार्यालय में पार्टी की ओर से 'मकर संक्रांति' पर 'चुड़ा-दही भोज' के आयोजन पर विचार करने के लिए एक बैठक आयोजित की गयी। इस बैठक में राजद के राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव, प्रदेश प्रधान महासचिव आलोक कुमार मेहता, राष्ट्रीय कार्यकारणी के सदस्य सुभाष यादव, प्रदेश प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव, सारिका पासवान तथा प्रदेश महामंत्री सगंठन सह कार्यालय प्रभारी राजेश यादव शामिल हुए। इस दौरान यह निर्णय लिया गया कि पार्टी के तरफ से इस बार दही चुड़ा भोज' का आयोजन किया जाएगा।
जानकारी हो कि, इससे पहले जेडीयू के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के तरफ से उनके पटना स्थित सरकारी आवास पर दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया जा रहा है। इस भोज में भी महागठबंधन के सभी दलों के नेता और कार्यकर्ता के साथ ही साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को आमंत्रित किया गया है। इस भोज में आमंत्रित किये जाने वाले नेताओं की सूची तैयार हो रही हैं। हलांकि, उनके तरफ से आयोजित यह भोज पार्टी के तरफ से नहीं बल्कि उनके स्वयं के द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
गौरतलब हो कि, बिहार के मकर सक्रांति के अवसर पर राजनीतिक गलियारों में दही- चूड़ा का बड़ा महत्व माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि, इस भोज के बाद अब कौन सी पार्टी और उसके नेता इधर से उधर होंगे सबकुछ इसी भोज में तय कर लिया जाता है। इसलिए इस बार के भी दही - चूड़ा भोज पर सभी क निगाहें टिकी हुई है।