रामचरित मानस विवाद : मंत्री चंद्रशेखर को बचौल की चुनौती, मर्द हैं तो इस्लाम पर बोलकर दिखाएं

रामचरित मानस विवाद : मंत्री चंद्रशेखर को बचौल की चुनौती, मर्द हैं तो इस्लाम पर बोलकर दिखाएं

PATNA : बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के विवादित बयान को लेकर पुरे देश की सियासत इस ठंड के मौसम में गर्माहट लाकर रख दी है। इसको लेकर विपक्ष के नेता द्वारा लगातार हमला बोला जा रहा है। इसी कड़ी में अब बिहार भाजपा के विधायक हरी भूषण ठाकुर बचौल ने इसको लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने राज्य के शिक्षा मंत्री को चुनौती देते हुए कहा कि, यदि मर्द हैं तो कभी मुस्लिम धर्म के खिलाफ कुछ बोलकर दिखाएं, इनका भी सर- तन से जुदा कर दिया जाएगा। 


बिहार भाजपा के फायरब्रांड नेता हरिभूषण ठाकुर ने कहा कि, बिहार के शिक्षा मंत्री लोफर और लंपट मंत्री की तरह बयान दे रहे हैं। उनको यह जानना चाहिए कि यदि रामचरित मानस में खुबिया नहीं है तो विश्व के कई देशों के यूनिवर्सिटी में इसे पढ़ाया नहीं जाता। राम सबरी के जूठे बैर खाए हैं। राम ने वनवासियों को गले लगाया है। राम ने यह सिखाया है कि भाई- भाई को कैसे रहना चाहिए। ये लोग बस वोट की लालच में तुष्टीकरण की निति के तहत गजबा- ए- हिन्द और इस्लामीकरण को बढ़ावा देने के लिए यह सबकुछ कर रहे हैं। 


इसके आगे ठाकुर ने कहा कि, उनको यह समझना  लेना चाहिए कि राम का विरोध करने वाले का हमेशा ही नाश हुआ है। चाहे वह उसका राजनीतिक कैरियर का ही सवाल क्यों न हो। राम के विरोध करने वालों के घर पर कोई रोने वाला कोई नहीं रहता है। आज राम का विरोध करने वालों का क्या हाल हुआ है आप राहुल गांधी को देखकर समझ ही सकते हैं। 


इसके आलावा उन्होंने कहा कि, रामचरित मानस के कुछ पंक्ति को हटाने की बात करने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री यदि मर्द हैं तो कभी कोई भी बात इस्लाम के खिलाफ बोल कर दिखाएं। दूसरे धर्म ने भी कई तरह के विवादित बातें हैं, कभी उसको लेकर भी कुछ बोलें।  उनको भी यह बात अच्छी तरह मालूम है कि, यदि वो कुछ बोलेंगे तो सर तन से जुदा तक बात चल जाएगा और इनका सब दशा हो जाएगा। 


दरअसल, बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री द्वारा बीते कल नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में हिंदू धर्मग्रंथ को लेकर कहा कि,रामचरितमानस समाज को बांटने वाला और नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है। इस दौरान उन्होंने छात्रों को रामचरितमानस के कई चौपाई को सुनाया और उसका अर्थ बताते हुए कहा कि जब हमारा ग्रंथ ही समाज को बांटने वाली बातों को बता रहा है, जिससे समाज को बांटने का काम हो सकता है, लेकिन प्रेम बनाने का काम नहीं हो सकता है। इसके बाद अब उनके इस बयान पर जमकर हंगामा मचाया जा रहा है।