ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Ias Transfer: बिहार के 11 IAS अफसरों का ट्रांसफर-पोस्टिंग, सात अनुमंडल में नए SDO भेजे गए, पूरी लिस्ट देखें... Bihar Crime News: बिहार STF ने दो लाख के इनामी बूटन चौधरी को मुंबई से किया अरेस्ट, रणवीर सेना से रहा है पुराना नाता Bihar Crime News: बिहार STF ने दो लाख के इनामी बूटन चौधरी को मुंबई से किया अरेस्ट, रणवीर सेना से रहा है पुराना नाता Asia Cup 2025: भारतीय टीम में 2 स्पॉट के लिए कई दिग्गजों में जंग, असमंजस में पड़ी BCCI BSRTC Bus Ticket: दशहरा, दिवाली और छठ पर बिहार आने वालों के लिए बड़ी राहत, इस दिन से शुरू हो रही BSRTC की बसों की बुकिंग Patna Metro: पटना मेट्रों को लेकर आया बड़ा अपडेट, इस दिन से शुरू हो सकता है ट्रायल रन Patna Metro: पटना मेट्रों को लेकर आया बड़ा अपडेट, इस दिन से शुरू हो सकता है ट्रायल रन Bihar Politics: पूर्व विधायक बोगो सिंह ने तेजस्वी यादव से की मुलाकात, आरजेडी के टिकट पर लड़ सकते हैं चुनाव Bihar News: खतरे में गंगा में मौजूद देसी मछलियों का अस्तित्व, कहां से आईं अफ्रीकी कैटफिश Bihar Monsoon: बिहार के 20+ जिलों में नहीं हुई पर्याप्त वर्षा, अब भी बरकरार है सूखे का खतरा

नीतीश सरकार हिंदू विरोधी, सुशील मोदी बोले- JDU नेताओं का मानस पाठ सिर्फ पॉलिटिकल शो

1st Bihar Published by: Updated Sat, 14 Jan 2023 07:11:49 PM IST

नीतीश सरकार हिंदू विरोधी, सुशील मोदी बोले-  JDU नेताओं का मानस पाठ सिर्फ पॉलिटिकल शो

- फ़ोटो

PATNA: शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर के विवादित बयान को लेकर बिहार में सियासी घमासान छिड़ गया है। जेडीयू ने शिक्षा मंत्री के बयान से किनारा करते हुए कार्रवाई की मांग कर दी है तो वहीं आरजेडी मंत्री के बयान के साथ मजबूती के साथ खड़ी हो गई है। इसी बीच बीजेपी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोल दिया है। बीजेपी सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बिहार सरकार हिंदू विरोधी है और उसे हिंदुओं की भावना से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि जेडीयू नेताओं की बयानबाजी और मानस का पाठ करना सिर्फ राजनीतिक दिखावा है।


सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि श्रीरामचरितमानस पर शिक्षा मंत्री की टिप्पणी और उस पर नीतीश कुमार की मौन सहमति से साफ है कि राज्य सरकार घोर हिंदू विरोधी है।महागठबंधन सरकार जिस तरह से सिर्फ सम्प्रदाय विशेष की भावनाओं और सुविधाओं का ख्याल रखते हुए काम कर रही है, वह संविधान के विरुद्ध है। नीतीश सरकार को बहुसंखयक हिंदू समाज की भावनाओं से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि एक लोकप्रिय हिंदू  धर्मग्रंथ के विरुद्ध जो अनर्गल टिप्पणी की गई, वह संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति ने दीक्षांत समारोह जैसे सरकारी कार्यक्रम में की है। इसे राज्य सरकार की राय माना जाएगा, किसी का व्यक्तिगत विचार नहीं। 


सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से तीन सवालों के जवाब मांगे है। उन्होंने नीतीश कुमार से पूछा है कि वे अपने शिक्षा मंत्री के बयान के पक्ष में खड़े हैं या इसके विरुद्ध हैं? वहीं उन्होंने दूसरा सवाल किया है कि क्या मुख्यमंत्री स्वयं हिंदू विरोधी और मानस विरोधी हैं?  सुशील मोदी का तीसरा सवाल है कि वे शिक्षा मंत्री को हटायेंगे या उन्हें सिर्फ माफी मांगने के लिए कहेंगे? उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण में जदयू के नेता अपनी साझा सरकार के शिक्षा मंत्री के विरुद्ध नपे-तुले बयान देकर या मंदिर में मानस-पाठ कर राजमीतिक दिखावा कर रहे हैं। मां सीता की जन्मभूमि पर राज करने वाले लव-कुश समाज के मुख्यमंत्री अब राम-भक्तों के साथ हैं या श्रीराम और रामायण के निंदकों के साथ ? इस यक्ष-प्रश्न का उत्तर नीतीश कुमार को ही देना है।