नीलम देवी क्या नीतीश कैबिनेट में होंगी शामिल? कार्तिकेय सिंह की ले सकती हैं जगह

नीलम देवी क्या नीतीश कैबिनेट में होंगी शामिल? कार्तिकेय सिंह की ले सकती हैं जगह

PATNA : मोकामा विधानसभा उपचुनाव में जीत दर्ज करने के बाद अनंत सिंह के समर्थक से खासा उत्साहित हैं। नीलम देवी की जीत के बाद एक तरफ जहां जश्न का माहौल है तो वहीं दूसरी तरफ सियासी गलियारे में यह चर्चा भी होने लगी है कि क्या अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को नीतीश कैबिनेट में जगह दी जाएगी। बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद इसी साल अनंत सिंह के करीबी आरजेडी विधान पार्षद कार्तिकेय सिंह को मंत्री बनाया गया था। उन्हें कानून मंत्री की जिम्मेदारी मिली थी, लेकिन एक पुराने अपराधिक मामले को लेकर कार्तिकेय सिंह को इस्तीफा देना पड़ा। लेकिन अब नीलम देवी की जीत के बाद अनंत सिंह के समर्थकों के बीच यह चर्चा है कि कार्तिकेय सिंह के जगह नीलम देवी को मंत्री बनाया जाना चाहिए।




मोकामा में जीत दर्ज करने के बाद नीलम देवी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। रविवार को वह नीतीश कुमार का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंची इसके साथ ही साथ वह डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से भी मिलने पहुंची और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी का भी आशीर्वाद लिया। नीलम देवी के पूरे चुनाव अभियान में आरजेडी एमएलसी और अनंत सिंह के खासम खास कार्तिकेय सिंह साए की तरह रहे। कार्तिकेय सिंह को जब नीतीश कैबिनेट में जगह मिली थी तो यह माना गया था कि अनंत सिंह का करीबी होने की वजह से ही उन्हें मंत्री बनाया गया। तेजस्वी यादव ने भूमिहार जाति से आने वाले कार्तिकेय सिंह के साथ-साथ अनंत सिंह सेक्टर को ध्यान में रखकर उन्हें मंत्री पद दिया था, लेकिन अब अगर नीलम देवी की एंट्री कैबिनेट में कराई जाती है तो आरजेडी के लिए डबल सेक्टर होगा। पहला यह कि वह खुद अनंत सिंह की पत्नी और भूमिहार जाति से हैं और दूसरी यह कि महिला कोटे से भी एक मंत्री बनाने का मैसेज तेजस्वी दे पाएंगे।




महागठबंधन की नई सरकार बनने के बाद आरजेडी कोटे के दो मंत्रियों का इस्तीफा तुरंत हो गया। पहले कार्तिकेय के सिंह का इस्तीफा हुआ और उसके बाद आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह का इस्तीफा नीतीश कुमार के दबाव में कराना पड़ा। आरजेडी कोटे के दूसरे मंत्रियों के पास इस्तीफा देने वाले मंत्रियों का विभाग तो चला गया, लेकिन राष्ट्रीय जनता दल के मंत्रियों की संख्या कम हो गई। ऐसे में देखना होगा कि नीतीश कैबिनेट का विस्तार कब होता है और क्या वाकई नीलम देवी की एंट्री कैबिनेट में हो पाती है।