मेवालाल के इस्तीफे पर तेजस्वी बोले- नीतीश जी असली गुनाहगार आप...जानबूझकर भ्रष्टाचारी को मंत्री बनाया

मेवालाल के इस्तीफे पर तेजस्वी बोले- नीतीश जी असली गुनाहगार आप...जानबूझकर भ्रष्टाचारी को मंत्री बनाया

PATNA:  कार्यभार संभालने के तीन घंटे के अंदर शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने इस्तीफा दे दिया. मेवालाल घोटाले के आरोपी हैं. इसके बाद तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर हमला बोला हैं. 

असली गुनाहगार आप

तेजस्वी यादव ने कहा कि ‘’मैंने कहा था ना आप थक चुके है इसलिए आपकी सोचने-समझने की शक्ति क्षीण हो चुकी है. जानबूझकर भ्रष्टाचारी को मंत्री बनाया. थू-थू के बावजूद पदभार ग्रहण कराया. घंटे बाद इस्तीफ़े का नाटक रचाया. तेजस्वी यादव ने कहा कि असली गुनाहगार आप हैं. आपने मंत्री क्यों बनाया?? आपका दोहरापन और नौटंकी अब चलने नहीं दी जाएगी?

एक इस्तीफे से नहीं बनेगी बात

तेजस्वी यादव ने कहा कि मा. मुख्यमंत्री जी, जनादेश के माध्यम से बिहार ने हमें एक आदेश दिया है कि आपकी भ्रष्ट नीति, नीयत और नियम के खिलाफ आपको आगाह करते रहें. महज एक इस्तीफे से बात नहीं बनेगी. अभी तो 19 लाख नौकरी,संविदा और समान काम-समान वेतन जैसे अनेकों जन सरोकार के मुद्दों पर मिलेंगे. जय बिहार,जय हिन्द.’’


मेवालाल पर घोटाला का आरोप

गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने बिहार के बड़े नौकरी घोटाले के आरोपी को अपना शिक्षा मंत्री बनाया है. बिहार के नये शिक्षा मंत्री बने मेवालाल चौधरी पर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति रहते नौकरी में भारी घोटाला करने का आरोप है. उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज है. देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोबिंद ने बिहार का राज्यपाल रहते मेवालाल चौधरी के खिलाफ जांच करायी थी और उन पर लगे आरोपों को सच पाया था. ये जांच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर हुई थी. मेवालाल चौधरी पर सबौर कृषि विश्वविद्यालय के भवन निर्माण में भी घोटाले का आरोप है. 


सबसे बड़ी बात ये है कि मेवालाल चौधरी के इस बड़े घोटाले के खिलाफ सत्तारूढ जेडीयू के नेताओं ने भी आवाज उठायी थी. विधान परिषद में जेडीयू विधान पार्षदों ने मेवालाल चौधरी के खिलाफ हंगामा ख़ड़ा कर दिया था. वहीं बाद में बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी ने इसे जोर शोर से उठाया था. सुशील कुमार मोदी सबूतों का पुलिंदा लेकर तत्कालीन राज्यपाल रामनाथ कोबिंद से मिले थे. इसके बाद जांच हुई और जांच में पाया गया कि मेवालाल चौधरी ने कृषि विश्वविद्यालय का कुलपति रहते बड़ा घोटाला किया. ये घोटाला 161 सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति में हुआ था. मेवालाल चौधरी पर लगे आरोपों को लेकर विपक्षी पार्टियां लगातार सरकार पर हमला बोल रही हैं. लेकिन नीतीश कुमार ने चुप्पी साध रखी है.