PATNA: बिहार में निकाय चुनाव की नई तारीखों के एलान के बाद एक बार फिर से सरकार और विपक्ष आमने सामने आ गए हैं। अति पिछड़ा आरक्षण को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच वार और पलटवार का दौर चल रहा है। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बुधवार को कहा था कि सुशील मोदी छपास रोग से ग्रसित हैं और वे सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पढ़े बिना आरोप लगाते हैं। अब सुप्रीम कोर्ट के नए आदेश के बाद बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने ललन सिंह से पूछा है कि वे बताएं कि छपास की बीमारी किसे है। सुशील मोदी ने पूछा है कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने पहले आदेश में सुधार कर लिया है, ऐसे में अब सरकार क्या करेगी।
सुशील मोदी ने ललन सिंह पर पलटवार करते हुए लिखा है कि, ' ललन सिंह छपास की बीमारी किसे है ? para 4 को ग़ौर से देखिए। Extremely Backward है की नहीं ? सुप्रीम कोर्ट ने 28 नवंबर के आदेश में सुधार कर लिया है। अब सरकार क्या करेगी? EBC कमीशन की रिपोर्ट का क्या होगा ?' सुशील मोदी पूछा हैं कि 'सुप्रीम कोर्ट ने 28 Nov के आदेश में संशोधन कर Economically को Extremely Backward कर दिया है ?अब सरकार EBC कमीशन की रिपोर्ट वापस लेगी ?' सुशील मोदी ने अपने ट्वीट के साथ सुप्रीम कोर्ट के आदेश की कॉप को भी शेयर किया है।
बता दें कि अतिपिछड़ा आयोग के डेडिकेटेड कमीशन पर सुप्रीम कोर्ट के रोक लगाने के बाद सुशील मोदी ने बिहार में निकाय चुनाव में हो रही देरी को लेकर नीतीश सरकार को घेरा था। सुशील मोदी ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार ट्रिपल टेस्ट के लिए आयोग बनाया जाना था लेकिन नीतीश कुमार ने अति पिछड़ा आयोग को ही डेडिकेटेड कमीशन अधिसूचित कर दिया। उन्होंने यह भी कहा था कि बीजेपी लगातार यह मांग करती रही कि नए आयोग का गठन किया जाए लेकिन नीतीश कुमार अपनी जिद पर अड़े रहे। जिसपर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने सुशील मोदी को सुप्रीम कोर्ट के आदेश को ठीक से पढ़ने की नसीहत दी थी। अब सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में सुधार करते हुए नया आदेश जारी कर दिया है। जिस पर सुशील मोदी ने ललन सिंह से पूछा है कि छपार रोग से ग्रसित कौन है।