PATNA : एनडीए की नई सरकार के पहली बैठक में प्रोटेम स्पीकर को लेकर भी एक प्रस्ताव पास किया गया है. 23 नवंबर से शुरू होने वाली विधानसभा के पहले सत्र में प्रोटेम स्पीकर की भूमिका पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी निभाएंगे.
प्रोटेम स्पीकर के तौर पर जीतन राम मांझी को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वह नवनिर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण कराएं. प्रोटेम स्पीकर के आसन पर रहते ही नए स्पीकर का चुनाव संपन्न होगा. जीतन राम मांझी विधानसभा के पुराने सदस्यों में आते हैं और परंपरा के मुताबिक सबसे अनुभवी सदस्यों में से ही किसी एक को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाता है.
वैसे तो जीतनराम मांझी तीन दशक से बिहार की राजनीति में सक्रिय हैं लेकिन उन्हें व्यापक पहचान मई 2014 में मिली जब अचानक से नीतीश कुमार ने उन्हें सूबे का मुख्यमंत्री बना दिया.लेकिन साल 2015 में नीतीश से अलग होने के बाद उन्होंने हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा नाम की पार्टी बनाई थी. जीतन राम मांझी ने 1980 में अपने सियासी सफर की शुरुआत कांग्रेस के साथ की थी. तब से वो लगातार राजनीति में एक्टिव हैं. अभी जीतन राम मांझी इमामगंज सीट से चुनाव जीतकर सदन में पहुंचे हैं.