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1st Bihar Published by: Updated Fri, 06 Jan 2023 11:55:07 AM IST
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PATNA : बिहार के गया में जेडीयू के पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी से 51 लाख रुपए जालसाजी करने वाला मुख्य आरोपी को राजधानी पटना से गिरफ्तार कर लिया गया है। वह पटना नगर निगम के ऑफिस काम करता था। पिछले साल घटना के बाद से शातिर शख्स फरार चल रहा था। लेकिन, अब बिहार पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
बता दें कि, जेडीयू के पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी से ठगी के मामले में गया के रामपुर थाना में पिछले साल नवंबर महीने में FIR नंबर 605/22 दर्ज की गई थी। जिसके बाद अब जाकर इस घटना का मुख्य आरोपी गिरफ्तार किया गया है, उसका नाम योगेंद्र कुमार है। मौर्यालोक कॉम्प्लेक्स स्थित ऑफिस से ही शाम में इसे गिरफ्तार कर कोतवाली थाना लाया गया। फिर गया से पुलिस की टीम आई और रात में ही इसे अपने साथ ले कर वापस चली गई।
जानकारी हो कि, रामपुर थाना की पुलिस के अनुसार योगेंद्र मूल रूप से गया जिले के ही कोच इलाके का रहने वाला है। पिछले 2022 में यह मनोरमा देवी से मिला था। इसने बिहार राज्य आवास बोर्ड के सरकारी जमीन को अपना बता उसका फर्जी पेपर दिखा पूर्व एमएलसी के साथ ठग किया था। उसने जेडीयू नेत्री से
51 लाख रुपए ठग लिए। जब बारी जमीन के रजिस्ट्री की आई तो ये गायब हो गया और बार-बार कहने के बाद भी ये टाल-मटोल करने लगा था। इसकी हरकतों से पूर्व MLC को शक हुआ। इसके बाद ही पूरी असलियत सामने आई।
गौरतलब हो कि, जेडीयू नेत्री ने इस ठग को 51 लाख रुपए दे दिए थे, उसके सभी ट्रांजैक्शन का ठोस सबूत है। पेमेंट दो तरीके से किए गए थे। एक चेक से तो दूसरा कैश से। इसमें कैश ट्रांजेक्शन का पूर्व MLC के पास वीडियो है। जिसमें योगेंद्र रुपए लेते और उसकी गिनती करते हुए साफ दिख रहा है। इसके बाद ही उसके खिलाफ केस दर्ज हुआ। इसकी गिरफ्तारी के लिए कोर्ट से वारंट भी जारी हो चुका था। जिसके बाद इसे शुक्रवार को इसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। ठगी के इस केस में योगेंद्र के परिवार के कुछ सदस्य भी शामिल हैं। जो केस में नामजद हैं।