पहली चुनावी रैली में जेपी नड्डा ने लालू राज की दिलाई याद, बोले बिहार में जीना मुश्किल था

पहली चुनावी रैली में जेपी नड्डा ने लालू राज की दिलाई याद, बोले बिहार में जीना मुश्किल था

GAYA: गया में चुनाव सभा को संबोधित करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक बार फिर लालू राज की याद दिलाई. बताया कि उनके राज में कैसे बिहार छोड़कर कारोबारी चले गए. बिहार में डॉक्टरों का अपहरण होता था. घर से निकलना संभव नहीं था. नड्डा ने कहा कि आज बहुत ही बिहार के लिए खास दिन है. जो 60 साल के होंगे वह लोकनायक जय प्रकाश को जानते होंगे. आज उनको याद करता हूं. उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ बिगुल फूंका था. लेकिन आज उनके शिष्य कांग्रेस के साथ गले लगाकर राजनीति कर रहे हैं. 

जेपी नड्डा ने कहा कि जब बिहार का भविष्य हैं तो बिहार के युवाओं को भी सही फैसला लेना होगा. आज से पहले चुनाव होता था तो हर विधानसभा में जाति के आधार पर राजनीति होती थी, लेकिन पीएम मोदी ने चुनाव और देश की संस्कृति को बदल दी. पीएम मोदी कहते हैं कि चुनाव में जाएंगे तो जाति नहीं बल्कि अपनी कामों के रिपोर्ट कार्ड लेकर जाएंगे. 

जेपी नड्डा ने कहा कि आज नरेंद्र मोदी ने भारत के किसानों को, ग्रामीणों को स्वामित्व योजना के तहत संपत्ति के आधिकारिक दस्तावेज देने के शुरुआत की है. अब ग्रामीणों को पटवारी के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे, अब सारा काम ड्रोन और सेटेलाइट के माध्यम से किया जा रहा है.जेपी नड्डा ने कहा कि पीएम मोदी ने देश के गरीबों को जन धन खाते खुला रहे थे तो राहुल गांधी और प्रियंका गांधी उसका मजाक उड़ाते थे, लेकिन लॉकडाउन के दौरान इस खाते के माध्यम से ही बहनों के खाते में 500-500 रुपए तीन महीना तक भेजा गया. यह जन धन खाते के ही शक्ति ही है. लेकिन दोनों भाई बहनों को इसके बारे में कोई ज्ञान नहीं है. 

जेपी नड्डा ने का कि उजाले की इज्जत तब तक होती है जब तक अंधेरे का अहसास न हो. लालू राज में कई कारोबारी बिहार छोड़कर चले गए. डाकबंगला चौराहा पर शाम को खड़ा नहीं हो पाता था. डॉक्टर बाहर निकलते थे उनको यह डर होता था कि शाम को वह अपने परिजनों के साथ रात मे खाना खा पाएंगे की नहीं है. लेकिन अब बिहार बदल गया है.