RANCHI : ईडी ने साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध खनन और मनी लांड्रिंग के आरोप में पत्थर व्यापारी टिंकल भगत एवं भगवान भगत को अरेस्ट कर लिया है। इन दोनों को पहले ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था उसके बाद अब इन लोगों को अरेस्ट कर लिया गया है। टिंकल भगत झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रोफेशनल सेल के जिला सचिव है। इन दोनों की गिरफ्तारी के साथ ही अवैध खनन के आरोप में गिरफ्तार अभियुक्तों की संख्या 7 हो गई है। इससे पहले ईडी ने इसी मामले में पंकज मिश्रा, बच्चू यादव, प्रेम प्रकाश, पशुपतिनाथ यादव और कृष्णा शाह को अरेस्ट कर जेल भेज चुका है।
दरअसल, ईडी ने साहिबगंज में अवैध खनन के मामले में जांच के लिए टिंकल भगत और भगवान भगत को समन भेज कर रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में हाजिर होने का निर्देश दिया था। समन के आलोक में ये दोनों ईडी के समक्ष हाजिर हुए। जिसके बाद ईडी टीम ने जांच में जुटाये गये सबूत के आधार पर दोनों से पूछताछ की। इस दौरान दोनों ने अवैध खनन करने और पंकज मिश्रा को पैसा देने की बात कुबूल किया।
मालूम हो कि, पिछले साल 8 जुलाई को ईडी ने साहिबगंज में इन दोनों पत्थर व्यापारियों के ठिकानों पर भी छापा मारा था। उस दौरान टिंकल भगत के घर से 15 लाख और भगवान भगत के घर से 28.50 लाख नकद जब्त किये गये थे। जब्त की गयी राशि का संबंध अवैध खनन से था। ईडी ने जांच में पाया कि टिंकल भगत काफी दिनों से साहिबगंज के मंडरो प्रखंड के मुंजली मौजा के प्लॉट नंबर-60पी और 61पी पर अवैध खनन कर रहा है। उसने पंकज मिश्रा की अनुमति के बाद इस क्षेत्र में अवैध खनन शुरू किया था. इसके बदले उसने पंकज मिश्रा के 45 लाख रुपये दिये थे।
इधर, इस मामले में ईडी ने जांच में पाया कि भगवान भगत के पास अपना स्टोन माइंस है और वह ‘भगवान स्टोन वर्क्स’ के नाम पर वह पत्थर का व्यापार करता है। अवैध खदान से पत्थर निकालने के अलावा वह भी अपने लीज क्षेत्र से कई गुना अधिक पर अवैध खनन करता है। भगवान भगत मिर्जा चौकी रेलवे साइडिंग से करीब 20 रैक पत्थर बिना दस्तावेज के ही पंकज मिश्रा के नाम से बुक किया है। इस मद से मिली रकम उसने पंकज मिश्रा के खाते में ट्रांसफर कर दिया।