स्वामी सहजानंद सरस्वती के नाम पर बिहटा एयरपोर्ट रखने की मांग, युवा चेतना के संयोजक ने नागरिक उड्डयन मंत्री से की मुलाकात TCH एदुसर्व ने किया ऐलान: BPSC TRE-4.0, CTET और STET के लिए नए बैच की शुरुआत, सीमित सीटें, जल्द कराए नामांकन गोपालगंज से बड़ी खबर: नहाने के दौरान गंडक नदी में डूबे 3 बच्चे, तलाश जारी Bihar Co Suspend: 'मंत्री' को गलत जानकारी देना CO को पड़ा महंगा, दो अधिकारी सस्पेंड CHAPRA: शहीद इम्तियाज को श्रद्धांजलि देने घर पहुंचे VIP के प्रतिनिधिमंडल, परिजनों से मिलकर हरसंभव मदद का दिया भरोसा BIHAR: जहानाबाद जेल में तैनात महिला सिपाही ने की आत्महत्या, कटिहार की रहने वाली थी शिवानी, एक महीने में यह तीसरी घटना Bihar News: 30 मई को बिहार दौरे पर नरेंद्र मोदी, इस एयरपोर्ट का करेंगे उद्घाटन; सासाराम में बड़ी जनसभा में होंगे शामिल Bihar News: अब गांव-गांव पहुंचेगी बैंकिंग सेवा, बिहार सरकार खोलेगी 144 नई शाखाएं; होगा रोजगार का श्रृजन BIHAR: राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने शहीद इम्तियाज को दी श्रद्धांजलि, राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान को किया नमन Life Style: गर्मी में सेहत का असली साथी है बेल का शरबत, ये 5 फायदे जानकर रह जाएंगे हैरान
1st Bihar Published by: Updated Sat, 14 May 2022 07:46:04 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : BPSC पेपर लीक मामले की जांच कर रही इओयू की टीम लगातार जांच को आगे बढ़ा रही है। आर्थिक अपराध इकाई कि एसआईटी को जांच का जिम्मा मिला हुआ है और जो नई जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक शुक्रवार को एसआईटी ने आईएएस अधिकारी रंजीत कुमार सिंह से इस मामले में जानकारी ली है। आपको बता दें कि आईएएस अधिकारी रंजीत कुमार सिंह ही वह शख्स हैं जिन्होंने पेपर लीक होने के बाद बीपीएससी के एग्जामिनेशन कंट्रोलर के मोबाइल फोन पर वायरल प्रश्न पत्र को भेजा था। आईएएस अधिकारी के मोबाइल फोन नंबर और एग्जामिनेशन कंट्रोलर का मोबाइल नंबर दर्ज की गई प्राथमिकी में है और इसी लिहाज से उनसे पूछताछ की गई है।
आपको बता दें कि कहीं जगह पर यह आधी–अधूरी खबर चली की आईएएस अधिकारी रंजीत कुमार सिंह के मोबाइल नंबर से वायरल प्रश्नपत्र साझा किया गया लेकिन फर्स्ट बिहार आपको बता रहा है कि आईएएस अधिकारी रंजीत कुमार सिंह ने अपने व्हाट्सएप ग्रुप में वायरल प्रश्न पत्र मिलने के बाद इसे जिम्मेदारी पूर्वक BPSC के एग्जामिनेशन कंट्रोलर के पास भेजा था। एग्जामिनेशन कंट्रोलर के पास यह मैसेज मिलने के बाद ही पेपर लीक होने की आशंका जाहिर हुई थी और इसके बाद जांच के लिए BPSC की तरफ से कुछ अधिकारियों को एग्जामिनेशन सेंटर पर भेजा गया था। वायरल क्वेश्चन पेपर को लेकर आईपीएस अधिकारी के व्हाट्सएप ग्रुप में भेजने वाले व्यक्ति से भी एसआईटी पूछताछ कर रही है। ईओयू के सूत्रों के मुताबिक संबंधित व्यक्ति से लगातार जानकारी ली जा रही है और वह संदेह के दायरे में है।
हालांकि आईएएस अधिकारी रंजीत कुमार सिंह ने आर्थिक अपराध इकाई के ऑफिस जाने की बात से इनकार किया है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि आईएएस अधिकारी शुक्रवार की शाम तकरीबन 5:30 बजे आर्थिक अपराध इकाई के ऑफिस पहुंचे थे और तकरीबन डेढ़ घंटे तक वहां मौजूद रहे।