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1st Bihar Published by: Updated Sat, 14 May 2022 07:46:04 AM IST
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PATNA : BPSC पेपर लीक मामले की जांच कर रही इओयू की टीम लगातार जांच को आगे बढ़ा रही है। आर्थिक अपराध इकाई कि एसआईटी को जांच का जिम्मा मिला हुआ है और जो नई जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक शुक्रवार को एसआईटी ने आईएएस अधिकारी रंजीत कुमार सिंह से इस मामले में जानकारी ली है। आपको बता दें कि आईएएस अधिकारी रंजीत कुमार सिंह ही वह शख्स हैं जिन्होंने पेपर लीक होने के बाद बीपीएससी के एग्जामिनेशन कंट्रोलर के मोबाइल फोन पर वायरल प्रश्न पत्र को भेजा था। आईएएस अधिकारी के मोबाइल फोन नंबर और एग्जामिनेशन कंट्रोलर का मोबाइल नंबर दर्ज की गई प्राथमिकी में है और इसी लिहाज से उनसे पूछताछ की गई है।
आपको बता दें कि कहीं जगह पर यह आधी–अधूरी खबर चली की आईएएस अधिकारी रंजीत कुमार सिंह के मोबाइल नंबर से वायरल प्रश्नपत्र साझा किया गया लेकिन फर्स्ट बिहार आपको बता रहा है कि आईएएस अधिकारी रंजीत कुमार सिंह ने अपने व्हाट्सएप ग्रुप में वायरल प्रश्न पत्र मिलने के बाद इसे जिम्मेदारी पूर्वक BPSC के एग्जामिनेशन कंट्रोलर के पास भेजा था। एग्जामिनेशन कंट्रोलर के पास यह मैसेज मिलने के बाद ही पेपर लीक होने की आशंका जाहिर हुई थी और इसके बाद जांच के लिए BPSC की तरफ से कुछ अधिकारियों को एग्जामिनेशन सेंटर पर भेजा गया था। वायरल क्वेश्चन पेपर को लेकर आईपीएस अधिकारी के व्हाट्सएप ग्रुप में भेजने वाले व्यक्ति से भी एसआईटी पूछताछ कर रही है। ईओयू के सूत्रों के मुताबिक संबंधित व्यक्ति से लगातार जानकारी ली जा रही है और वह संदेह के दायरे में है।
हालांकि आईएएस अधिकारी रंजीत कुमार सिंह ने आर्थिक अपराध इकाई के ऑफिस जाने की बात से इनकार किया है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि आईएएस अधिकारी शुक्रवार की शाम तकरीबन 5:30 बजे आर्थिक अपराध इकाई के ऑफिस पहुंचे थे और तकरीबन डेढ़ घंटे तक वहां मौजूद रहे।