बिजली संकट पर सरकार का बड़ा फैसला, पावर स्टेशन तक जल्द कोयला पहुंचाने के लिए 657 पैसेंजर ट्रेनें होंगी रद्द

बिजली संकट पर सरकार का बड़ा फैसला, पावर स्टेशन तक जल्द कोयला पहुंचाने के लिए 657 पैसेंजर ट्रेनें होंगी रद्द

DESK : कोयले की कमी के कारण देश में जारी बिजली संकट के बीच केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। कोयले की रेक जल्द पहुंच सके इसके लिए सरकार ने 657 पैसेंजर ट्रेनों को रद्द करने का निर्णय लिया है। बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के लोगों को भारी बीजली संकट का सामना करना पड़ रहा है। यूपी में बिजली आपूर्ति को सामान्य बनाए रखने में मदद के लिए केंद्र सरकार ने 657 पैसेंजर ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है। ताकि थर्मल पावर स्टेशनों तक कोयला लदी मालगाड़ी समय से पहुंच सके।


कोयले की कमी के कारण देश के 13 राज्यों को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है। भीषण गर्मी में पावर कट ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान में समेत अन्य राज्यों के लोगों को बिजली कटौती के कारण लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। इधर, बिजली संकट पर केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि फिलहाल भारत के पास 30 लाख टन कोयले का स्टॉक है जो 70 से 80 दिन का स्टॉक है। गर्मी बढ़ने के कारण बिजली की मांग बढ़ी है।


बता दें कि भीषण गर्मी को बिजली संकट का मुख्य कारण माना जा रहा है। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने भी माना है कि कई राज्यों में कोयले की कमी है। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण कोयले के आयात पर असर पड़ा है। वहीं झारखंड में कोल कंपनियों के बकाया पेमेंट नहीं देने के कारण कोयला संकट पैदा हुआ है।