बिहार में बेअसर है किसान आंदोलन, लेकिन BJP ने चौपाल से शुरू की सियासी खेती

बिहार में बेअसर है किसान आंदोलन, लेकिन BJP ने चौपाल से शुरू की सियासी खेती

PATNA:  पंजाब और हरियाणा समेत कई राज्यों के किसान कृषि बिल के विरोध में टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन बीजेपी बिहार में आत्मनिर्भर किसान का पोस्टर लगा रही है. बीजेपी इस पोस्टर के माध्यम से अपनी ही सियासी फसल उपजाने में लगी हुई हैं. बिहार के किसानों का नाराज नहीं करना चाहती है. 



बिहार के किसान शांत

बिहार के किसान किसान आंदोलन के बीच शांत हैं. इस बीच बीजेपी पोस्टर के माध्यम से उनको आत्मनिर्भर बता रही है. पटना के कई जगहों पर बड़े-बड़े पोस्टर लगाए गए है. कई जगहों पर कृषि क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधार के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया जा रहा है. लेकिन यह सब वहां पर हो रहा है. जहां पर किसान शांत हैं. बीजेपी के बड़े नेता कई जगहों पर जाकर किसान चौपाल लगा रहे हैं. आंदोलन के बीच किसानों को अपने में पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं. बीजेपी को डर है कि बिहार के किसान आंदोलन पर उतरे तो उसका नुकसान लोकसभा चुनाव में उठाना पड़ेगा. सरकार पर उसका दवाब बढ़ेगा. 




पंजाब-हरियाणा के किसानों में गुस्सा

अपनी मांगों को लेकर करीब 25 दिन से पंजाब, हरियाणा के किसान टिकरी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं. कई दौर की बातचीत भी हो की है. उसके बाद भी केंद्र सरकार कृषि कानून वापस लेने को तैयार नहीं है. वही, किसान जब तक कानून वापस नहीं लिया जाता तबतक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दे चुके हैं. यही नहीं पंजाब और हरियाणा के कई गांवों में बीजेपी नेताओं के जाने पर किसानों ने पाबंदी लगा दी है.


बिहार में शुरू हुई कृषि चौपाल

बिहार में बीजेपी कृषि चौपाल के माध्यम से नए कृषि कानून के फायदों को गिना रही है. आज से बिहार बीजेपी भी राज्य के सभी 38 जिलों में रैली और किसान सम्मेलन कर रही है. इसके बारे में बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कल बताया कि बिहार विधानसभा के सभी 243 सीटों पर किसान चौपाल लगाया जाएगा. हम किसानों के बीच जाकर समझाएंगे कि पंजाब और हरियाणा के मंडियों में बिचौलियों का बोलबाला है, वहां के बिचौलिया नहीं चाहते कि इससे किसानों का फायदा हो  इसलिए किसानों को बरगलाने का काम कर रहे हैं.आज बख्तियारपुर में रविशंकर प्रसाद और संजय जायसवाल किसानों को कृषि कानून समझाने के लिए सम्मेलन कर रहे है. 25 दिसंबर तक राज्य में यह चौपाल लगाया जाएगा. गिरिराज सिंह,  आरके सिंह, नित्यानंद राय, सुशील मोदी, प्रेम कुमार, नंदकिशोर यादव, तारकेश्वर प्रसाद, रेनू देवी, मंगल पांडे, राधा मोहन सिंह समेत बीजेपी के सभी नेता किसानों के बीच जाएंगे और उन्हें नए कृषि कानून के बारे में बताएंगे.