कटिहार में हाई टेंशन तार की चपेट में आया युवक, गंभीर रूप से झुलसा, आक्रोशित लोगों ने NH को किया जाम मुंगेर में नौकरी के नाम पर 34.83 लाख की ठगी, एक आरोपी जमशेदपुर से गिरफ्तार, दूसरा फरार BIHAR CRIME: वैशाली में दूध कारोबारी को अपराधियों ने मारी गोली, हालत नाजुक प्रशांत किशोर का बड़ा हमला: "बिहार में सरकार का इकबाल खत्म", तेजस्वी को बताया 'कट्टा बांटने वाला नेता' पटना में फिर गोलियों की गूंज: वकील के बाद अब युवक को मारी गोली, इलाके में दहशत मोतिहारी: 5 दिन से लापता किशोरी का शव नदी में मिला, इलाके में मचा हड़कंप सासाराम सदर अस्पताल में नवजात की मौत पर बवाल, सांसद और डॉक्टर के बीच हुई तीखी बहस अजय सिंह के नेतृत्व में बखोरापुर में शहीद स्मृति क्रिकेट टूर्नामेंट का सफल आयोजन, इटाहाना ने जीता खिताब Bihar Education News: ‘शिक्षकों का काम सिर्फ 9 से 4 बजे की नौकरी नहीं’ अल्पसंख्यक स्कूलों के निरीक्षण के दौरान बोले एस.सिद्धार्थ Bihar Education News: ‘शिक्षकों का काम सिर्फ 9 से 4 बजे की नौकरी नहीं’ अल्पसंख्यक स्कूलों के निरीक्षण के दौरान बोले एस.सिद्धार्थ
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 07 Oct 2024 06:35:23 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार सरकार ने सितंबर महीने के पहले सप्ताह में आई बाढ़ से फसल को हुए नुकसान के लिए किसानों को मुआवजा देने का फैसला किया है। कृषि विभाग ने इसके लिए किसानों से ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं। सिंचित क्षेत्र के किसानों को प्रति हेक्टेयर 17 हजार एवं असिंचिंत क्षेत्र में प्रति हेक्टेयर 8500 रुपये के गणित राशि भुगतान की तैयारी की जा रही है।
दरसअल, सितंबर के पहले सप्ताह में गंगा में अत्यधिक पानी आने से कई जिलों के किसानों की बड़े पैमाने फसल नष्ट हो गई थी। इसके लिए सरकार ने फसल क्षति लागत अनुदान देने का निर्णय किया है। कृषि विभाग ने इसके लिए किसानों से ऑनलाइन आवेदन मांगा है। रविवार आवेदन पोर्टल का विंडो भी खोल दिया गया है।अभी तक के आकलन के अनुसार, लगभग डेढ़ लाख हेक्टेयर में फसल का नुकसान हुआ है। हालांकि, यह आंकड़ा अधिकृत नहीं है, क्योंकि जिलों से अभी तक पंचायतवार डाटा नहीं भेजा गया है।
वहीं,33 प्रतिशत क्षतिपूर्ति के लिए तत्काल कृषि विभाग की ओर से अनुदान भुगतान के लिए दो सौ करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है। इसमें सिंचिंत क्षेत्र के किसानों को प्रति हेक्टेयर 17 हजार एवं असिंचिंत क्षेत्र में प्रति हेक्टेयर 8500 रुपये के गणित राशि भुगतान की तैयारी की जा रही है। अंतिम रूप से आवेदन प्राप्त होने के बाद कृषि विभाग के समन्वयक से जांच कराएगा। इस रिपोर्ट के आधार पर एडीएम आपदा अनुदान की अनुशंसा करेंगे। इसके बाद किसानों के बैंक खाते में अनुदान का भुगतान किया जाएगा।