ब्रेकिंग न्यूज़

MUZAFFARPUR: दो कुख्यात अपराधियों की 10 करोड़ से अधिक की संपत्ति होगी जब्त, कोर्ट का सख्त आदेश मधुबनी में दो सगे भाईयों की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत, बेलगाम ट्रक ने दोनों को रौंदा MUZAFFARPUR: ज्वेलरी शॉप लूटकांड मामले का खुलासा, लूटे गये आभूषण के साथ मां-बेटा गिरफ्तार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के सामने झुक गया पाकिस्तान, रोहित सिंह बोले..देश को अपने प्रधानमंत्री और सेना पर गर्व अरवल में 2 थानेदार का तबादला: मानिकपुर और SC/ST थाने की सौंपी गई जिम्मेदारी GOPALGANJ: गंडक नदी से मिला लापता व्यवसायी का शव, हत्या की आशंका जता रहे परिजन गया में महिला की इलाज के दौरान मौत, गुस्साए परिजनों ने किया जमकर हंगामा, डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप Bihar News: बरसात से पहले गड्ढा मुक्त होंगी ग्रामीण सड़कें , बिहार सरकार ने शुरू की बड़ी तैयारी Bihar News: बरसात से पहले गड्ढा मुक्त होंगी ग्रामीण सड़कें , बिहार सरकार ने शुरू की बड़ी तैयारी India Pakistan Ceasefire: युद्ध विराम पर मुकेश सहनी ने PAK को दी सलाह, कहा..अब पाकिस्तान को आतंकवादियों के सफाए की लड़ाई लड़नी चाहिए

चाह कर भी खासमखास कैशर को नहीं बचा पायीं एसएसपी मैडम, विरोध के बाद करना पड़ा ट्रांसफर

चाह कर भी खासमखास कैशर को नहीं बचा पायीं एसएसपी मैडम, विरोध के बाद करना पड़ा ट्रांसफर

25-Jul-2019 07:47 AM

By 9

PATNA : राजधानी पटना के जिन 4 थानेदारों का तबादला किया गया है उनमें एसएसपी गरिमा मलिक के बेहद खास फुलवारीशरीफ थानाध्यक्ष कैशर आलम भी शामिल हैं। माना जा रहा है कि लाख मशक्कत के बावजूद एसएसपी मैडम अपने करीबी कैशर आलम को नहीं बचा सकीं। बुधवार को एसएसपी गरिमा मलिक ने जिस ट्रांसफर लिस्ट पर मुहर लगाई उसमें फुलवारीशरीफ थानाध्यक्ष कैशर आलम को विशेष सूचना इकाई पटना में पोस्टिंग दी गई है। फुलवारीशरीफ में जमे कैशर आलम का रुतबा कितना बड़ा था इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मद्य निषेध के आईजी रत्न संजय ने जिन थानेदारों के खिलाफ अपनी रिपोर्ट दी थी उन सभी का तबादला हो गया था। लेकिन उस लिस्ट में शामिल फुलवारीशरीफ थानाध्यक्ष कैशर आलम का बाल भी बांका नहीं हुआ। फुलवारीशरीफ में कैशर आलम का लगातार विरोध हो रहा था। दो दिन पहले भी सभी राजनीतिक दलों के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने कैसर आलम के खिलाफ मोर्चा बनाते हुए प्रदर्शन भी किया था। थानाध्यक्ष के इस विरोध को देखते हुए एसएसपी गरिमा मलिक पर दबाव बढ़ गया और आखिरकार उन्हें अपने करीबी थानेदार का भी ट्रांसफर करना पड़ा।