Shravani Mela: सावन में बिहार के इन शहरों से देवघर के लिए चलेंगी स्पेशल ट्रेनें, लाखों श्रद्धालुओं को फायदा Bihar News: बिहार में बनेगा 100 किलोमीटर लंबा दूसरा मरीन ड्राइव, पथ निर्माण विभाग ने तैयार किया प्लान Patna News: मुहर्रम पर पटना में अलर्ट, 377 जगहों पर मजिस्ट्रेट तैनात; जानें... कौन-कौन से रास्ते रहेंगे बंद INDvsENG: गिल के नाम 2 और विश्व रिकॉर्ड, 51 साल से कोई नहीं कर पाया था यह कारनामा Patna Crime News: पटना में अपराध का विस्फोट! 7 IPS और 22 DSP के बावजूद 5 महीने में 116 हत्याएं, सरकार की गश्ती व्यवस्था फेल Bihar Pink Bus: इस महीने से सभी जिलों में चलेंगी पिंक बसें, बिहार की महिलाओं को नीतीश सरकार की बड़ी सौगात Bihar Weather: आज बिहार के इन जिलों में जोरदार बारिश की संभावना, मौसम विभाग की चेतावनी जारी Success Story: पहले प्रयास में UPSC किया पास, 21 की उम्र में बने देश के सबसे युवा IAS; जानिए... अंसार शेख की सफलता की कहानी BIHAR CRIME: स्वर्ण व्यवसायी हत्याकांड का खुलासा, पति-पत्नी और साली गिरफ्तार, अवैध संबंध बना घटना का कारण BIHAR CRIME: बीवी ने आशिक के साथ मिलकर कर दी पति की हत्या, 20 लाख कैश और जमीन की लालच में रच दिया खौफनाक साजिश
25-Jul-2022 08:15 AM
PATNA : भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार बिहार देश के उन 10 राज्यों में एक है, जिन पर कर्ज और ब्याज का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है. बावजूद इसके सरकार मुफ्त वाली योजनाएं और बिजली कंपनियों को सब्सिडी दे रही है. सरकार के मुफ्त वाली योजनाओं से बिहार की वित्तीय स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है.
दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक ने इस महीने बुलेटिन जारी किया है. आरबीआई के अनुसार बिहार,पंजाब, राजस्थान, केरल, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, झारखंड, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और हरियाणा की वितीय स्थिति ठीक नही है. इन राज्यों पर कर्ज लगातार बढ़ती जा रही है. बिहार समेत इन राज्यों के कर्ज में बढ़ोतरी का सबसे बड़ी समस्या मुफ्त योजनाओं को बताया गया है. बावजूद इसके सरकार ने द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी को बदस्तूर जारी है.
कोरोना के बाद 2 राज्यों की वित्तीय स्थिति पर केंद्रित यह अध्ययन आरबीआई के डिप्टी गवर्नर माइकल देवव्रत पात्रा की अगुवाई में अर्थशास्त्रियों की एक टीम ने किया है. रिपोर्ट में चौकाने वाला तथ्य यह है कि देश के सभी राज्यों का जितना कुल बजट है, उसका आधा हिस्सा दस राज्यों पर कर्ज है. रिपोर्ट सामने आने के बाद इन राज्यों को मुफ्त योजनाओं से बचने की सलाह दी गई है.
बिहार सरकार ने वर्ष 2022-23 में सशक्त महिला, समक्ष महिला योजना के तहत 900 करोड़, मुख्यमंत्री साइकिल व पोशाक योजना के तहत 550 करोड़ का प्रावधान किया गया है. हालांकि बिहार में अन्य राज्यों की तुलना में सब्सिडी और मुफ्त वाली योजनाओं के लिए निर्धारित राशि कम है. रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्यों की कमाई के अनुपात में खर्च काफी बढ़ गया है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्यों की कमाई के अनुपात में खर्च काफी बढ़ गया है. मुफ्त और सब्सिडी वाली योजनाओं के कारण कर्ज और ब्याज अदायगी का बोझ बढ़ता जा रहा है. यह तब है जब कोरोना महामारी की वजह से राज्यों की अपनी कमाई घटी है. कई राज्य तो बिजली वितरण कंपनियों के बकाए नहीं चुका पा रहे, जबकि सब्सिडी पर उनकी देनदारी और बढ़ रही है.