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17-Aug-2025 01:28 PM
By First Bihar
UPI transaction Failed: आज के समय में UPI (Unified Payments Interface) देश का सबसे लोकप्रिय और तेज़ पेमेंट मेथड बन चुका है। लोग छोटे-छोटे दुकानदारों से लेकर बड़ी ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स तक पर Google Pay, PhonePe, Paytm या BHIM जैसे ऐप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि आप पेमेंट करते हैं, पैसे अकाउंट से कट भी जाते हैं, लेकिन वह सामने वाले व्यक्ति तक नहीं पहुंचते। ऐसी स्थिति में यूजर्स घबरा जाते हैं और अक्सर एक ही ट्रांजेक्शन को दोबारा करने की गलती कर बैठते हैं, जिससे समस्या और भी गंभीर हो सकती है।
UPI ट्रांजेक्शन फेल होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। सबसे आम कारण होता है बैंक सर्वर पर ज्यादा लोड, जिसकी वजह से ट्रांजेक्शन प्रोसेस नहीं हो पाता। इसके अलावा कमजोर या अस्थिर इंटरनेट कनेक्शन भी इस समस्या का एक बड़ा कारण हो सकता है। कभी-कभी UPI नेटवर्क या संबंधित बैंक का सर्वर डाउन होने की वजह से भी ट्रांजेक्शन फेल या पेंडिंग में चला जाता है। ऐसी स्थिति में पैसा आपके अकाउंट से कट सकता है, लेकिन रिसीवर के पास नहीं पहुंचेगा।
अगर UPI ट्रांजेक्शन फेल हो जाता है लेकिन पैसे कट जाते हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आमतौर पर ऐसी स्थिति में कटी हुई राशि कुछ ही घंटों में ऑटोमैटिक वापस आ जाती है। लेकिन अगर नेटवर्क या सर्वर से जुड़ी समस्या अधिक गंभीर है, तो रिफंड में 24 से 72 घंटे का समय लग सकता है। कुछ मामलों में यह प्रक्रिया 3 से 5 कार्यदिवस तक भी खिंच सकती है, लेकिन भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के नियमों के अनुसार, पैसा हर हाल में रिफंड किया जाना जरूरी है।
अगर 24 से 72 घंटे के भीतर पैसा वापस नहीं आता है, तो सबसे पहले उस ऐप की ट्रांजेक्शन हिस्ट्री में जाकर संबंधित ट्रांजेक्शन का स्टेटस चेक करें। इसके बाद ऐप के हेल्प सेक्शन या ग्राहक सेवा (Customer Support) से संपर्क करें। अधिकांश ऐप्स में आप शिकायत ऑनलाइन दर्ज कर सकते हैं और ट्रैक भी कर सकते हैं।
अगर ऐप के माध्यम से समाधान नहीं मिलता है, तो आप संबंधित बैंक ब्रांच में जाकर ट्रांजेक्शन ID और डिटेल्स के साथ शिकायत दर्ज करा सकते हैं। बैंक को नियम अनुसार 30 दिनों के भीतर समाधान देना होता है। यदि फिर भी समाधान नहीं होता है, तो आप RBI की 'Banking Ombudsman' सेवा में शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
जरूरी सावधानी
ट्रांजेक्शन फेल होने के तुरंत बाद दोबारा पेमेंट न करें।
ट्रांजेक्शन ID को नोट करके रखें।
केवल भरोसेमंद UPI ऐप्स का ही उपयोग करें।
ऐप को नियमित रूप से अपडेट करते रहें ताकि नई सुरक्षा सुविधाएं सक्रिय रहें।