मधुबनी में अपराधी बेलगाम: बाइक सवार उचक्कों ने 3 लाख रुपये से भरा बैग दंपति से छीना बिहार में अपराधियों का तांडव जारी: दंपति पर अंधाधुंध फायरिंग, महिला की हालत गंभीर 2025 में 21 से ज्यादा खिलाड़ी कर चुके संन्यास की घोषणा, इनमें से 7 Team India के E-Rickshaw Safety: अब ई-रिक्शा में भी पाएं गाड़ियों वाली सुरक्षा, जनता का सबसे बड़ा डर ख़त्म करने चली मोदी सरकार सुपौल में यथासंभव काउंसिल का शिक्षक सम्मान समारोह, संजीव मिश्रा ने किया सम्मानित मुजफ्फरपुर में चिराग की सभा में लगा यह नारा.."बिहार का सीएम कैसा हो, चिराग पासवान जैसा हो" Katihar News: कटिहार में फिर से उफान पर नदियां, गोदाम की दीवार गिरने से करोड़ों की संपत्ति का नुकसान Katihar News: कटिहार में फिर से उफान पर नदियां, गोदाम की दीवार गिरने से करोड़ों की संपत्ति का नुकसान Bihar Politics: इंडिया गठबंधन के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को मुकेश सहनी ने दी शुभकामनाएं, MP-MLA से की यह अपील Bihar Politics: इंडिया गठबंधन के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को मुकेश सहनी ने दी शुभकामनाएं, MP-MLA से की यह अपील
03-Sep-2025 08:54 AM
By First Bihar
Teacher Transfer: बिहार सरकार राज्य के शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल करने जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने अंतर-जिला स्थानांतरण (Inter-District Transfer) की प्रक्रिया को ऑनलाइन करने का निर्णय लिया है। इसके तहत एक विशेष पोर्टल तैयार किया गया है, जो 5 सितंबर 2025 से 13 सितंबर 2025 तक शिक्षकों के लिए खुला रहेगा।
इस दौरान इच्छुक शिक्षक पोर्टल पर जाकर स्थानांतरण के लिए आवेदन कर सकेंगे। राज्य में फिलहाल लगभग 5.97 लाख शिक्षक कार्यरत हैं। इनमें से अब तक करीब 1.90 लाख शिक्षकों ने ऑनलाइन माध्यम से स्थानांतरण के लिए आवेदन किया है। इनमें से लगभग 98 हजार शिक्षकों का स्वैच्छिक (वॉलंटरी) स्थानांतरण किया गया है, जबकि 32 हजार शिक्षकों का पारस्परिक (म्यूचुअल) स्थानांतरण हो चुका है। बावजूद इसके, बड़ी संख्या में ऐसे शिक्षक अभी भी हैं जो अपने स्थानांतरण की मांग कर रहे हैं।
सरकार ने इन मांगों को ध्यान में रखते हुए एक नया तंत्र विकसित किया है, जिसके जरिए अब शिक्षकों को अंतर-जिला स्थानांतरण के लिए तीन पसंदीदा जिलों का विकल्प देने का मौका मिलेगा। यह पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और डिजिटल होगी, जिससे स्थानांतरण की प्रक्रिया में पारदर्शिता और गति आएगी।शिक्षा विभाग के अनुसार, जिला आवंटन की प्रक्रिया 14 से 18 सितंबर के बीच मुख्यालय स्तर पर पूरी कर ली जाएगी।
इसके बाद संबंधित जिला अधिकारी की अध्यक्षता में बनी समिति स्कूल स्तर पर शिक्षकों की तैनाती का निर्णय लेगी। यह समिति जिले में उपलब्ध रिक्तियों और छात्र-शिक्षक अनुपात को ध्यान में रखते हुए स्थानांतरण करेगी, ताकि किसी भी विद्यालय में पढ़ाई प्रभावित न हो। हालांकि यह सुविधा उन शिक्षकों को नहीं दी जाएगी जिन्होंने पहले ही पारस्परिक स्थानांतरण का लाभ लिया है। इसका मकसद यह है कि जो शिक्षक अब तक स्थानांतरण से वंचित हैं, उन्हें प्राथमिकता दी जा सके।
सरकार का यह कदम शिक्षकों की कार्य स्थिति को बेहतर बनाने, उनकी पारिवारिक और सामाजिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए उन्हें सुविधाजनक स्थानों पर तैनात करने की दिशा में एक अहम प्रयास माना जा रहा है। इससे शिक्षकों के मनोबल में वृद्धि होगी और शिक्षा व्यवस्था में सुधार की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।शिक्षा विभाग ने सभी पात्र शिक्षकों से अपील की है कि वे निर्धारित तिथियों के भीतर पोर्टल पर जाकर आवेदन करें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें। इस नई व्यवस्था से राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने में भी मदद मिलेगी, क्योंकि शिक्षक अब अपनी पसंद के जिलों में कार्य कर सकेंगे, जिससे उनका प्रदर्शन भी बेहतर होगा। बिहार सरकार का यह निर्णय शिक्षकों के हित में एक बड़ा कदम है, जो न केवल उन्हें सुविधा देगा, बल्कि राज्य की शिक्षा प्रणाली को भी मजबूत बनाएगा।