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09-Sep-2025 10:46 AM
By First Bihar
Bihar Cabinet Meeting : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज यानी 09 सितंबर को राज्य की राजधानी में कैबिनेट की अहम बैठक बुलाई। इस बैठक में राज्य के विभिन्न विभागों से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हुई और महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इस बैठक में खास तौर पर मजदूर वर्ग और युवाओं के हित को ध्यान में रखते हुए कई योजनाओं और परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। सरकार का प्रयास है कि हर वर्ग के लोग राज्य के विकास और लाभ का हिस्सा बनें, और कोई भी वर्ग यह महसूस न करे कि उन्हें नजरअंदाज किया गया है।
कैबिनेट बैठक का सबसे बड़ा एजेंडा आंगनबाड़ी सेविका से जुड़ा रहा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार आंगनबाड़ी सेविका को अब पहले से अधिक आर्थिक रूप से मदद देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके तहत ऐसे कई प्रस्ताव मंजूरी के लिए पास किए गए हैं, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इनकी जीवन शैली और आजीविका को बेहतर बनाएंगे। सरकार का कहना है कि यह कदम राज्य में सामाजिक और आर्थिक असमानता को कम करने के लिए उठाया गया है।
इस फैसले के तहत आंगनबाड़ी से जुड़ें लोगों को वित्तीय सहायता देने के साथ-साथ उनके अधिकारों और सुविधाओं का विस्तार भी सुनिश्चित किया जाएगा। इसके अलावा, विभिन्न विभागों से जुड़े कई अन्य मुद्दों पर भी कैबिनेट ने मंजूरी दी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि राज्य के हर तबके तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंच सके।
बिहार सरकार ने कैबिनेट बैठक में युवाओं के लिए रोजगार और आर्थिक सहायता के लिए भी कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पास किए। राज्य में युवा वर्ग का बड़ा हिस्सा बेरोजगार है और उन्हें नौकरी और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए नई रोजगार योजनाओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों को मंजूरी दी गई, ताकि युवाओं को कौशल विकास और स्वरोजगार के क्षेत्र में सहायता मिल सके।
सरकार की यह पहल स्पष्ट संदेश देती है कि नीतीश कुमार सरकार का मुख्य उद्देश्य चुनाव से पहले भी राज्य के हर वर्ग को लाभ पहुँचाना है। इस प्रकार के कदमों से राज्य में सामाजिक संतुलन और राजनीतिक स्थिरता दोनों को बढ़ावा मिलेगा।
चुनाव से पहले जनता को लाभ पहुंचाने की रणनीति
कैबिनेट बैठक का एक अन्य महत्वपूर्ण उद्देश्य यह था कि विधानसभा चुनाव की तारीखों से पहले राज्य के नागरिकों के बीच सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित किया जाए। सरकार ने विशेष ध्यान दिया कि मजदूर, महिला, छात्र और वृद्ध वर्ग के मुद्दों पर कोई कमी न रहे।
बीते दिनों मुख्यमंत्री ने कई प्रमुख घोषणाएं की हैं, जिनमें शामिल हैं:
आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका की मानदेय राशि में वृद्धि
मुफ्त बिजली योजना
वृद्धा पेंशन में बढ़ोतरी
महिला रोजगार योजना
छात्रों के लिए आर्थिक मदद और छात्रवृत्तियां
सरकारी विभागों में बड़े पैमाने पर बहाली
इन पहलों से यह स्पष्ट होता है कि सरकार चुनावी दृष्टि से ही नहीं, बल्कि दीर्घकालिक विकास की दिशा में भी प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मानना है कि राज्य के विकास में हर वर्ग को शामिल करना बेहद आवश्यक है। इसी कारण से कैबिनेट ने मजदूर, महिलाएं, छात्र और युवा सभी वर्गों के हित में फैसले लिए हैं। सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि किसी भी वर्ग को यह अनुभव न हो कि उन्हें नजरअंदाज किया गया।
इसके अलावा, सरकार ने यह भी ध्यान रखा कि निर्णय पारदर्शी और सभी के लिए लाभकारी हों। इस तरह के निर्णय से यह संदेश भी जाता है कि राज्य सरकार जनता की भलाई और सामाजिक न्याय के लिए लगातार काम कर रही है। इस कैबिनेट बैठक में कई अन्य विभागों से जुड़े प्रस्तावों को भी मंजूरी दी गई। इनमें स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, ग्रामीण विकास और सामाजिक सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण एजेंडे शामिल थे। सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि इन फैसलों से सीधे तौर पर राज्य के नागरिकों को लाभ पहुंचे और प्रशासनिक प्रक्रियाएं सरल और प्रभावी हों। सरकार की यह रणनीति स्पष्ट रूप से दिखाती है कि चुनाव से पहले किसी भी वर्ग को असंतुष्ट नहीं होने दिया जाएगा। यह राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि इससे जनता के बीच सरकार की सकारात्मक छवि बनती है और विकास कार्यों की गति भी बनी रहती है।