ब्रेकिंग न्यूज़

ग्राहक बनकर आए शातिर चोरों ने दिनदहाड़े ज्वेलरी शॉप से उड़ाए लाखों के जेवर, सीसीटीवी में कैद हुई करतूत बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन पटना पहुंचे, पिता की पुण्यतिथि में होंगे शामिल BIHAR POLITICS: श्रवण कुमार बने NDA के मुख्य सचेतक, विनोद नारायण झा बने उप मुख्य सचेतक, अधिसूचना जारी Bihar News: दो बाइक की टक्कर में युवक की मौत, तीन लोग गंभीर रूप से घायल Bihar News: बिहार में सड़क सुरक्षा एवं जाम से निजात के लिए ठोस पहल, परिवहन सचिव ने की अहम बैठक; दिए यह निर्देश Bihar News: बिहार में सड़क सुरक्षा एवं जाम से निजात के लिए ठोस पहल, परिवहन सचिव ने की अहम बैठक; दिए यह निर्देश 14223/14224 राजगीर-वाराणसी बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस का टर्मिनल बदलकर बनारस से 08 मार्च से परिचालन BPSC AEDO एग्जाम स्थगित: 10 से 16 जनवरी तक होने वाली परीक्षा टली, जल्द घोषित होगा नया डेट BPSC AEDO एग्जाम स्थगित: 10 से 16 जनवरी तक होने वाली परीक्षा टली, जल्द घोषित होगा नया डेट Patna News: पटना में ऑटो पकड़ने के लिए अब भटकने की जरूरत नहीं, नीतीश सरकार ने कर दी हाइटेक व्यवस्था

बिहार का ये पुल बन जाएगा इतिहास! ध्वस्त हो रहा है ब्रिटिश काल का जुबली वेल रेलवे ब्रिज

बिहार का ऐतिहासिक जुबली वेल रेलवे पुल अब इतिहास बन गया है। सोमवार देर रात से इसे हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 1853 में बने इस पुल को 2016 से हटाने की योजना थी। इसकी जगह एक नया ब्रिज बनाया गया है।

बिहार का ये पुल बन जाएगा इतिहास! ध्वस्त हो रहा है ब्रिटिश काल का जुबली वेल रेलवे ब्रिज

26-Feb-2025 08:08 AM

By First Bihar

बिहार के मुंगेर जिले के जमालपुर में अंग्रेजों के जमाने में बना ऐतिहासिक जुबली वेल रेलवे पुल अब इतिहास बन जाएगा। सोमवार की देर रात से इस पुल को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसे चरणबद्ध तरीके से हटाया जा रहा है, जिसमें मेगा ब्लॉक लेकर सुपर स्ट्रक्चर को हटाने का काम किया जा रहा है। हालांकि इस तोड़फोड़ से न तो ट्रेन परिचालन प्रभावित होगा और न ही आम लोगों की आवाजाही पर कोई असर पड़ेगा।


जुबली वेल रेलवे ओवर ब्रिज संख्या 215 का निर्माण अंग्रेजों के जमाने में ईस्ट इंडिया कंपनी ने करवाया था। रेलवे इंजीनियरिंग विभाग के अनुसार इस पुल का निर्माण वर्ष 1853 के आसपास हुआ था। उस समय लोहे के पुल बनाने का चलन शुरू हो गया था। रेलवे के नियमों के अनुसार 100 साल पूरे कर चुके पुल सुरक्षित नहीं माने जाते हैं और यह पुल 150 साल से भी ज्यादा पुराना था। 2


रेलवे विभाग ने 2016 में इस पुल को हटाने की योजना पर काम करना शुरू किया था। इसी बीच पुराने पुल के समानांतर एक नया पुल भी बनाया गया, जिसकी खासियत यह है कि इसमें कोई पिलर नहीं है। इससे रेलवे ट्रैक और पुल की मजबूती बनी रहेगी।


सोमवार रात 11:15 बजे से 1:15 बजे तक मेगा ब्लॉक लिया गया, ताकि पुल के सुपर स्ट्रक्चर को हटाया जा सके। अगले कुछ दिनों तक रात में मेगा ब्लॉक लेकर ध्वस्तीकरण जारी रहेगा।


सूत्रों के अनुसार पुल को हटाने के लिए एक निजी एजेंसी से 300 टन क्षमता वाली क्रेन मंगवाई गई है। इसकी मदद से पुल के बड़े गर्डर को हटाया जाएगा। फिलहाल गैस कटर से पुल के अलग-अलग हिस्सों को काटकर हटाने का काम किया जा रहा है।