DESK: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिल्ली के दौरे पर हैं। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने उनके आवास 10 जनपथ पहुंची। सोनिया से मुलाकात के दौरान राहुल गांधी भी मौजूद रहें। इस मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी बहुत मजबूर पार्टी है विपक्ष उससे भी ज्यादा मजबूत होगा और विपक्ष 2024 में इतिहास रचेगा। बस विपक्ष में एकता होनी चाहिए।
ममता बनर्जी से मीडिया ने सवाल किया कि 2024 में विपक्ष का नेता कौन होगा? मीडिया के इस सवाल का जवाब देते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि मैं कोई राजनीतिक ज्योतिषी नहीं हूं। ममता ने कहा कि कांग्रेस को क्षेत्रीय दलों पर भरोसा करना होगा और क्षेत्रीय दलों को कांग्रेस पर तभी विपक्ष मजबूत होगा।
इससे पहले मंगलवार ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थीं। ममता बनर्जी ने राज्य को आबादी के हिसाब से ज्यादा से ज्यादा कोरोना वैक्सीन देने और पेगासस मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच कराए जाने की मांग की। वही मंगलवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ, अभिषेक मनु सिंघवी और आनंद शर्मा से भी मुलाकात की थी।
विपक्ष का नेता कौन होगा इस सवाल पर ममता बनर्जी ने कहा-'मैं कोई राजनीतिक ज्योतिषी नहीं हूं। यह स्थितियों पर निर्भर करेगा। अगर कोई और नेतृत्व करता है तो उससे कोई समस्या नहीं है। संसद सत्र के बाद सभी विपक्षी दलों को एक दूसरे से मुलाकात करनी चाहिए।
ममता बनर्जी ने कहा कि पूरे देश में अब खेला होगा। यह एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है। वर्ष 2024 में जब आम चुनाव आएंगे तो यह मोदी बनाम देश होगा। ममता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी बहुत स्वस्थ पार्टी है। विपक्ष मजबूत होगा तो इतिहास रचेगा। 2024 चुनावों के लिए यही हमारी उम्मीद है। ममता ने कहा कि कांग्रेस को क्षेत्रीय दलों पर भरोसा करना होगा और क्षेत्रीय दलों को कांग्रेस पर तभी विपक्ष मजबूत होगा।
दिल्ली में ममता बनर्जी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ हुंकार भरी। ममता बनर्जी ने सभी विपक्षी पार्टियों से एकजुटता दिखाने की अपील की। ममता बनर्जी ने सभी विपक्षी पार्टियों से अपील की है कि भाजपा से लड़ने के लिए सभी का एक-साथ आना बेहद जरुरी है।
ममता बनर्जी ने कहा कि 'कुछ राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं। हम समय-समय पर राजनीतिक दलों से मिलते रहेंगे। एक ऐसा प्लेटफॉर्म जरूर होना चाहिए जहां हम एक साथ काम कर सकें। संसद सत्र के बाद हम सब एक साथ बैठ कर जरूर इसपर फैसला करेंगे।
कहा जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी भूमिका निभाने की तैयारी में हैं। पश्चिम बंगाल में लगातार तीसरी बार सत्ता पर काबिज होने वाली ममता बनर्जी का विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद यह पहला दिल्ली दौरा है।