ब्रेकिंग न्यूज़

भाजपा को चाहिए सिर्फ आपका वोट, सीवान में बोले मुकेश सहनी..आपकी तकलीफों से बीजेपी कोई लेना-देना नहीं How to Become Pilot: 12वीं के बाद पायलट बनने का सपना करें पूरा, जानें... कौन सा कोर्स है जरूरी Bihar News: 19 जून को इस जिले में लगेगा रोजगार कैंप, 8वीं पास से लेकर ITI वालों तक के लिए नौकरी Bihar News: शराब मामले में गिरफ्तार महादलित युवक की जेल में मौत, परिजनों का हंगामा Ahmedabad Plane Crash: कौन है 17 वर्षीय नाबालिग, जो विमान हादसे का बना गवाह? पुलिस ने की पूछताछ Bihar Election: NDA में शाह-मात का खेल तेज, नीतीश के मास्टरस्ट्रोक से खतरे में चिराग की पसंदीदा सीटें Bihar News: भूमि अधिग्रहण में मूल्य निर्धारण के लिए नई व्यवस्था, MVR को लेकर जारी हुआ यह निर्देश Bihar Crime News: 22 वर्षीय मूक-बधिर मजदूर की गोली मारकर हत्या, बदमाश फरार Bihar Crime News: 50 करोड़ की चरस के साथ तस्कर गिरफ्तार, पूरे देश में बांटने की थी योजना Bihar Crime News: सड़क किनारे अधेड़ का शव बरामद, बीती रात मछली पार्टी में हुआ था शामिल

ISRO की दिलेरी को NASA का भी सलाम, कहा- ‘आपके मिशन से हमें प्रेरणा मिली’

1st Bihar Published by: 13 Updated Sun, 08 Sep 2019 08:56:35 AM IST

ISRO की दिलेरी को NASA का भी सलाम, कहा- ‘आपके मिशन से हमें प्रेरणा मिली’

- फ़ोटो

DESK: चंद्रयान-2 मिशन पर पूरी दुनिया ISRO का लोहा मान रही है. इसी कड़ी में अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने ISRO के चंद्रयान-2 मिशन की तारीफ की है. नासा ने कहा है कि इसरो से उन्हें प्रेरणा मिली है. इसरो की तारीफ करते हुए नासा ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, ‘अंतरिक्ष मुश्किलों से भरा है. हम इसरो के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने के प्रयास की सराहना करते हैं. आपकी यात्रा ने हमें प्रेरित किया है और हम भविष्य में साथ मिलकर सौर मंडल के अवसरों का पता लगाने के लिए तत्पर हैं.’ https://twitter.com/NASA/status/1170385925077131264 वहीं यूएई की स्पेस एजेंसी ने भी इसरो को अंतरिक्ष क्षेत्र में रणनीतिक खिलाड़ी बताते हुए ट्वीट किया है. ट्वीट में लिखा गया है ‘हम इसरो को अपने पूर्ण समर्थन का आश्वासन देते हैं. भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में एक रणनीतिक खिलाड़ी साबित हुआ और इसके विकास और उपलब्धियों में भागीदार है.’ वहीं शनिवार को इसरो ने बताया है कि अब तक चंद्रयान-2 मिशन के लक्ष्यों को 90 से 95 फीसद तक हासिल किया जा चुका है और लैंडर से संपर्क टूटने के बावजूद इससे चंद्र विज्ञान में योगदान जारी रहेगा. इसरो ने यह भी कहा कि सटीक प्रक्षेपण और मिशन प्रबंधन से ऑर्बिटर का सात साल लंबा जीवन सुनिश्चित है, जबकि पूर्व में इसके जीवनकाल को एक साल रखने की योजना थी. आपको बता दें कि चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने के भारत के साहसिक कदम को शनिवार तड़के उस वक्त झटका लगा जब चंद्रयान-2 के लैंडर ‘विक्रम’ से चांद की सतह से महज 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर संपर्क टूट गया.