मुंगेर जल रहा था और मूकदर्शक बनी रही लिपि सिंह, आसपास के जिलों को भी किया गया अलर्ट

मुंगेर जल रहा था और मूकदर्शक बनी रही लिपि सिंह, आसपास के जिलों को भी किया गया अलर्ट

PATNA: मुंगेर में भीड़ बेकाबू हुई और कई थानों में आग लगाने लगी. मुंगेर की एसपी लिपि सिंह के ऑफिस पर पथराव किया. इसके बाद भी पुलिस मूकदर्शक बनी रही है. भीड़ को समझाने की कोशिश होती तो मुंगेर का तीन थाना जलने से शायद बच सकता था. लेकिन इसको लेकर लिपि सिंह आगे नहीं आई. 

पुलिसकर्मी भी भागे

बताया जा रहा है कि जब भीड़ थानों में पथराव और तोड़फोड़ करने लगी इस दौरान कई पुलिस कर्मी भाग निकले.  लेकिन इस बीच पुलिसकर्मियों के भागने से नाराज लोगों को मौका मिला और कई पुलिस की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. कुछ महिला पुलिस कर्मी भी दिखी जो घटना के दौरान ड्यूटी पर नहीं थी. वह भी परेशान दिखी. पुलिस के विफलता के कारण ही मुंगेर कल जल गया. 

लिपि सिंह के खिलाफ गुस्सा

भीड़ एक ही नारा लगा रही थी वह था लिपि सिंह मुर्दाबाद और लिपि सिंह की तानाशाही मुंगेर में नहीं चलेगी. लिपि के खिलाफ जल्द कार्रवाई हो. बताया जा रहा है कि जैसे ही लोगों को सूचना मिली की चुनाव आयोग ने एसपी लिपि सिंह और मुंगेर डीएम को हटा दिया है. जिसके बाद नाराज लोगों का गुस्सा शांत हो गया. 


कई जिलों को किया गया अलर्ट

चुनाव आयोग ने मुंगेर में हुई हिंसा के बाद आसपास के जिलों को अलर्ट कर दिया है. बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर के विधानसभा क्षेत्रों में अगले चरण में चुनाव होने वाला है. 


मुंगेर में तीन  थानों में लगाई आग

भीड़ ने तीन थानों को आग लगाकर जला दिया है. पूर्व सराय थाना और बासुदेवपुर ओपी और कोतवाली को भीड़ ने फूंक डाला है. दोनों थानों की कई गाड़ियों में भीड़ ने आग लगा दी है. लिपि सिंह के ऑफिस और एसडीपीओ के ऑफिस पर भी लोगों ने तोड़फोड़ किया है. बताया जा रहा है कि पाांच  से अधिक थानों पर भीड़ ने हमला और पथराव किया. 


पुलिस पर फायरिंग का आरोप

मुंगेर में पुलिस जबरन मूर्ति विसर्जन करा रही थी. इसका जब लोगों ने विरोध किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया. जब लोग हंगामा करने लगे तो पुलिस ने फायरिंग कर दी. एक युवक की सिर में गोली लगी और उसकी मौत हो गई. जबकि पांच लोग गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए. यह घटना मुंगेर के दीन दयाल चौक के पास हुई. मुंगेर के लोगों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाया है. लोगों का कहना है कि पहले से परंपरा रही है कि पहले बड़ी देवी का मूर्ति विसर्जन होता है. उसके बाद छोटी मूर्ति का विसर्जन किया जाता है. लेकिन पुलिस जबरन विसर्जन करा रही थी. पुलिस ने इस दौरान बेरहमी से लोगों की पिटाई की है.