NAWADA: नवादा में आज तीसरे दिन जहरीली शराब पीने से दो युवक की मौत हो गई। मृतक की पहचान गोंदापुर निवासी संजय यादव के 16 साल के बेटे आकाश यादव के रुप में की गई है। जबकि दूसरे युवक की मौत पीएमसीएच में इलाज के दौरान हुई। मृतक की पहचान नगर थाना क्षेत्र के महावीर नगर वार्ड 6 निवासी राम अवतार सिंह के पुत्र मुन्ना चंद्रवंशी के रूप में हुई है। पीएमसीएच से पोस्टमार्टम के बाद शव को नवादा लाया गया। इसके साथ ही नवादा में मरने वालों की संख्या 14 पहुंच गई है। वही जहरीली शराब मामले में सिसवां गांव निवासी गोपाल सिंह के परिजनों ने नवादा पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाया है। ऐसे में पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
जहरीली शराब मामले में सिसवां गांव निवासी मृतक गोपाल सिंह के परिजनों ने नवादा पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाया है। मृतक के परिजनों को डरा धमकाकर जबरन हस्तांक्षर कराने, पोस्टमार्टम नहीं कराने, जबरन दाह संस्कार कराने का आरोप नवादा की पुलिस पर लगा है। परिजनों ने खुद बताया कि उन्हें धमकी दी गई थी कि शराब से मौत नहीं हुई है बल्कि हार्ट अटैक के कारण मौत हुई है। ऐसा कागज में लिखाने के बाद हस्तांक्षर ले लिया गया। मृतक की पत्नी ने कहा कि हमने परिवार का मुखिया को खोया है भला ऐसे में हम झुठ क्यों बोलेंगे। मेरे पति की मौत जहरीली शराब के पीने से हुई है। उन्हें किसी तरह की कोई बीमारी नहीं थी।
मृतक के परिजनों ने बताया कि होली के दिन मृतक गोपाल सिंह छुट्टी लेकर घर आए थे और घर में ही शराब पीकर सो गए लेकिन तभी रात में उनकी तबीयत बिगड़ गई उन्हें नवादा सदर अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें पावापुरी स्थित वीम्स रेफर कर दिया। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। डेथ सर्टिफिकेट में मौत का कारण हार्ट अटैक लिखा गया। परिजन इस बात को मानने को तैयार नहीं है कि उन्हें दिल से संबंधित बीमारी थी।
मृतक की पत्नी गुड़िया कुमारी ने बताया कि रात में अचानक पुलिस उनके घर पर आती है। इस दौरान उन्हें और उनके परिवार को धमकाया जाता है कि कागज पर यह लिखे की पति की मौत शराब से नहीं बल्कि हार्ट अटैक से हुई है। जब उसने ऐसा करने से इनकार कर दिया तब उनके जेठ से जबरन धमकी देते हुए यह लिखवाया गया और हस्तांक्षर भी कराया गया।
पूरे मामले पर नवादा विधायक विभा देवी ने नवादा पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस अपनी कमियों को छुपाने के लिए ऐसा कर रही है। शराब सभी जगह चालू है और शराब पीने से ही गोपाल सिंह की मौत हुई है जिसे परिजन लगातार बताने का भी काम कर रहे है। जबकि नवादा पुलिस जबरन उनसे यह काम करवा रही है जो तानाशाही का एक नमूना है। मृतकों के परिजनों को नौकरी और 20 लाख रुपया मुआवजा दिए जाने की मांग विभा देवी ने सरकार से की है। वही इस मामले की फिर से जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई करने की भी मांग की गई है।
वहीं इस पूरे मामले पर नवादा एसपी डीएस सावलाराम ने कहा कि धर्मेंद्र सिंह की मौत हार्ट अटैक से हुई है जिसका उनके पास प्रमाण पत्र भी है। पुलिस उनका बयान लेने उनके घर गयी हुई थी। यदि परिजन आरोप लगाते हैं तो एफआईआर में लिखकर दें। उसी हिसाब से वो आगे की कार्रवाई करेंगे लेकिन फिलहाल डेथ सर्टिफिकेट में मौत का कारण हार्ट अटैक ही है।
वही नवादा में जहरीली शराब से मौत मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है। पुलिस के पदाधिकारी इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है। नवादा मामले की जांच के लिए पटना से स्पेशल टीम भेजी गई हैं जो घटना की हर बिंदुओं की जांच करेगी।