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DELHI : सीडीएस बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश के मामले में प्रारंभिक जांच रिपोर्ट आ गई है। भारतीय वायु सेना की तरफ से दी गई इस रिपोर्ट के मुताबिक कई तरह के खुलासे हुए हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक 8 दिसंबर को जो दुर्घटना हुई उसके बाद फ्लाइट के डाटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर का विश्लेषण किया गया और हादसे की वजह लापरवाही के तौर पर सामने आई है।
समाचार एजेंसी एएनआई ने जो जानकारी साझा की है उसके मुताबिक खराब मौसम की वजह से कहीं न कहीं पायलट को भटका हुआ और इसी के कारण चॉपर हादसे का शिकार हो गया। अपने निष्कर्षों के आधार पर भारतीय वायुसेना ने कुछ कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की सिफारिश की है जिसकी समीक्षा की जा रही है। जांच कमेटी ने वायुसेना और थलसेना के संबंधित अधिकारियों के बयान भी रिकॉर्ड किए हैं, साथ-साथ स्थानीय लोगों से भी बातचीत की गई है जो दुर्घटना के प्रत्यक्षदर्शी थे। उनके मोबाइल फोन की भी जांच की गई जिससे क्रश के तुरंत पहले का वीडियो शूट किया गया था।
हादसे का शिकार हुए हेलीकॉप्टर का एफडीआर यानी फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर और ब्लैक बॉक्स घटनास्थल से बरामद किया गया था। उसकी डाटा को भी जांच रिपोर्ट में शामिल किया गया। इंडियन एयरफोर्स के ट्रेनिंग कमान के कमांडर इन चीफ एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में रक्षा मंत्रालय ने एक ट्राय सर्विस इंक्वायरी के आदेश दिए थे जो दुर्घटना के कारणों की जांच कर रही थी।