12 साल की निहारिका ने किया कमाल, अपनी जेब खर्च से तीन मजदूरों को प्लेन से भेजा घर

12 साल की निहारिका ने किया कमाल, अपनी जेब खर्च से तीन मजदूरों को प्लेन से भेजा घर

DELHI : कोरोना संकट में एक मासूम बच्ची प्रवासी मजदूरों के लिए कोरोना वारियर्स बनकर उभरी है. दरअसल छोटी सी उम्र में इस बच्ची ने एक बड़ा मिसाल पेश किया है. नोएडा की 12 वर्षीय निहारिका द्विवेदी ने तीन प्रवासी मजदूरों को प्लेन से उनके घर भेजा है. निहारिका ने हवाई मार्ग से उनको घर भेजने के लिए अपनी पॉकेट मनी में से 48 हजार रुपये दिए.


झारखंड के तीन प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए नोएडा की 12 वर्षीय निहारिका द्विवेदी ने एक बड़ी मदद की है. निहारिका ने अपनी जेब खर्च से 48 हजार रुपये देकर इन तीनों मजदूरों को झारखंड उनके घर भेजा.  झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नोएडा की उस बारह साल की लड़की का आभार व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘नोएडा की 12 वर्षीय निहारिका की संवेदनशीलता के लिए आभार और उसके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं.’’


झारखंड सीएमओ के आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि नोएडा की 12 वर्षीय निहारिका द्विवेदी ने तीन प्रवासी श्रमिकों को हवाई मार्ग से झारखंड भेजने के लिए अपनी बचत में से 48 हजार रुपये का अंशदान किया. उन्होंने बताया कि श्रमिकों को झारखंड पहुंचाने में यह मदद करते हुए निहारिका ने कहा, ‘‘समाज ने हमें बहुत कुछ दिया है और इस संकट में उसे वापस करना हमारी जिम्मेदारी है.’’


इन दिनों बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद प्रवासी मजदूरों के लिए मसीहा बनकर सामने आये हैं. अब तक सोनू सूद ने सैकड़ों बसों का इंतजाम कर हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने का काम किया. सोशल मीडिया पर सोनू सूद की जमकर तारीफ की जा रही है. बता दें हाल ही में मजदूर महाराष्ट्र के मुंबई से एक स्पेशल चार्टर विमान के जरिये रांची लाये गए थे. इस विमान से कुल 180 लोगों को मुंबई से रांची भेजा गया जिसमें मजदूर, कामगार, बच्चे, और महिलाएं शामिल थीं. हालांकि रांची पहुंचने के बाद स्वास्थ्य जांच, खाने का पैकेट देना और लोगों को उनके घरों तक पहुंचाने का काम झारखंड सरकार की तरफ से किया गया.