ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Crime News: बिहार में युवती की गला रेतकर हत्या, माँ घायल.. Success Story: कम हाइट और ऊंचे हौसले! पहली कोशिश में UPSC पास कर बनीं IAS अधिकारी, जानिए... आरती डोगरा की प्रेरक कहानी Bhagalpur News: भागलपुर में इस फ्लाईओवर का अब तेजी से होगा निर्माण, रेलवे ने जारी की NOC Bihar News: बिहार में यहाँ ₹101 करोड़ खर्च कर होगा सड़क निर्माण, टेंडर जारी Road Accident: गयाजी जा रहे श्रद्धालुओं की बस हादसे का शिकार, ट्रक से भिड़ंत में एक की मौत; कई घायल BIHAR NEWS : गांधी मैदान थाना उड़ाने की धमकी देने वाले आरोपी को पटना पुलिस ने मुंबई से पकड़ा, पूछताक्ष जारी Bihar News: बिहार चुनाव से पहले DM-SP बढ़ गई जिम्मेदारी, हर जिले के संवेदनशील इलाकों की पहचान में जुटा प्रशासन Patna News: गांधी मैदान में रावण वध के लिए सुरक्षा टाइट, 128 सीसीटीवी और 13 वाच टावर से होगी निगरानी Bihar News: तेजस्वी यादव समेत चार नेताओं पर FIR, "माई-बहिन मान योजना" के नाम पर महिलाओं से ठगी का आरोप Bihar Weather: बिहार के इन जिलों में आज भीषण वर्षा, IMD का अलर्ट जारी

Chanakya Niti: कुछ लोग शिक्षा प्राप्त करने के बावजूद क्यों नहीं बन पाते बुद्धिमान?

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य भारतीय इतिहास के सबसे बुद्धिमान और प्रख्यात विद्वानों में से एक थे। उन्होंने अपनी नीतियों में जीवन, राजनीति, प्रशासन और सामाजिक व्यवस्था से जुड़े कई महत्वपूर्ण सिद्धांत बताए हैं। उनकी रचनाएँ आज भी प्रासंगिक हैं|

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 31 Mar 2025 06:15:21 PM IST

चाणक्य नीति, Chanakya Niti, शिक्षा, Education, बुद्धिमान, Intelligent, आचार्य चाणक्य, Acharya Chanakya, नीतियां, Policies, अनुशासन, Discipline, सीखने की जिज्ञासा, Curiosity to Learn, सही संगति, Right

प्रतीकात्मक तस्वीर - फ़ोटो Google

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य प्राचीन भारत के सबसे विद्वान व्यक्तियों में से एक थे, जिनकी नीतियाँ आज भी प्रासंगिक मानी जाती हैं। उन्होंने अपने ग्रंथ चाणक्य नीति में जीवन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें साझा की हैं। इनमें उन्होंने कुछ ऐसे लोगों का उल्लेख किया है, जो भले ही शिक्षा प्राप्त कर लें, लेकिन फिर भी बुद्धिमान नहीं बन पाते। चाणक्य के अनुसार, शिक्षा तभी प्रभावी होती है जब व्यक्ति उसमें रुचि ले और उसे अपने जीवन में लागू करे।

चाणक्य के अनुसार, शिक्षा केवल उन्हीं के लिए फायदेमंद होती है, जो चीजों को ध्यान से सुनते हैं, उन्हें समझने की क्षमता रखते हैं और उस पर विचार कर सकते हैं। यदि कोई व्यक्ति इनमें से किसी भी गुण से वंचित है, तो उसके लिए शिक्षा का कोई महत्व नहीं रह जाता।

जो सीखने की इच्छा नहीं रखते

नई चीजें सीखने की इच्छा ही व्यक्ति को बुद्धिमान बनाती है। यदि कोई व्यक्ति ज्ञान अर्जित करने में रुचि नहीं रखता, तो चाहे उसे कितनी भी शिक्षा दी जाए, वह उसका लाभ नहीं उठा पाएगा।

 जो अपनी शिक्षा का उपयोग नहीं करते

शिक्षा का असली उद्देश्य इसे अपने जीवन में लागू करना होता है। यदि कोई व्यक्ति सिर्फ पढ़ाई कर लेता है, लेकिन उसे अपने जीवन में नहीं अपनाता, तो उसकी शिक्षा का कोई मूल्य नहीं रहता।

जिनमें अनुशासन और आत्मसंयम की कमी होती है

अनुशासन और आत्मनियंत्रण शिक्षा प्राप्त करने के लिए बहुत आवश्यक होते हैं। यदि कोई व्यक्ति अनुशासित नहीं है, तो वह शिक्षा का सही उपयोग नहीं कर पाएगा, जिससे उसका बौद्धिक विकास नहीं हो सकता।

जो गलत संगति में रहते हैं

चाणक्य ने चेतावनी दी है कि गलत संगति में रहने वाले लोग हमेशा गलत निर्णय लेते हैं। बुरी संगत व्यक्ति की बुद्धि को प्रभावित करती है और उसे सही मार्ग से भटका सकती है। ऐसे लोगों के लिए शिक्षा का कोई महत्व नहीं रह जाता क्योंकि वे सही-गलत में फर्क करने की क्षमता खो देते हैं।

आचार्य चाणक्य  के अनुसार, शिक्षा का असली लाभ तभी मिलता है जब व्यक्ति उसमें रुचि ले, अनुशासन में रहे और उसे अपने जीवन में लागू करे। केवल किताबी ज्ञान प्राप्त कर लेने से कोई बुद्धिमान नहीं बनता, बल्कि सही सोच और व्यवहार से ही व्यक्ति को असली बौद्धिक विकास मिलता है।