Toyota Urban Cruiser EV: भारत की सड़कों पर जल्द फर्राटे मारेगी टोयोटा की पहली इलेक्ट्रिक SUV, फीचर्स जान बाकी सभी कंपनियों को कह देंगे 'बाय-बाय' Road Accident: भीषण सड़क हादसे में जन प्रगति पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और उम्मीदवार की मौत, कई घायल Bihar New Expressway: एक और एक्सप्रेस-वे के बाद राज्य के आर्थिक विकास को लगेगा पंख, लाखों लोगों की यात्रा होगी और आसान Bihar News: जब्त शराब थाने से चुराकर ले जाना पड़ा महंगा, महिला दारोगा समेत 3 निलंबित Bihar Teacher News: सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की ट्यूशन पर सख्ती, शिकायत मिलने पर होगी सख्त कार्रवाई India-Israel: भारत का रॉकेट लॉन्चर करेगा इजराइल के दुश्मनों का खात्मा, मित्र देश से मिला 150 करोड़ का ऑर्डर Patna News: पटना एयरपोर्ट से अब भरेंगी 75 उड़ानें, आधुनिक टर्मिनल भवन और मल्टी लेवल पार्किंग बनकर तैयार; जानें... कब होगी उद्घाटन? Preity Zinta: शहीदों के परिवारों के लिए आगे आई प्रीति जिंटा, दान की इतनी बड़ी रकम Bihar Crime News: बिहार में नौकरी के नाम पर बड़ी ठगी, पुलिस और रेलवे में जॉब का झासा देखर बैंक खाते से उड़ाए लाखों रुपये FASTag New Toll Policy: ₹3,000 का पास लीजिए और साल भर रहिए टोल की चिंता से मुक्त, केंद्र सरकार की इस पॉलिसी से करोड़ों लोगों को राहत
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 28 Mar 2025 04:02:48 PM IST
- फ़ोटो SELF
ED RAID IN PATNA: प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी से बिहार में खलबली मच गई है. मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने 27 मार्च को पटना के सात विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की है. इस दौरान 11 करोड़ 64 लाख रुपए नकद बरामद किए गए हैं . इसके अलावे कई अन्य दस्तावेज मिले हैं.सबसे बड़ी कार्रवाई भवन निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता तारिणी दास पर की गई है. 27 मार्च की देर रात तक इनके ठिकानों पर छापेमारी हुई, जिसमें करोड़ों रू बरामद हुए हैं.
भ्रष्ट सात अधिकारियों पर शिकंजा
प्रवर्तन निदेशालय ने आईएएस अधिकारी संजीव हंस केस से जुड़े भवन निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता तारिणी दास, मुमुक्षु चौधरी जो वित्त विभाग के संयुक्त सचिव हैं, इनके ठिकानों की तलाशी ली गई है. साथ ही कार्यपालक अभियंता शहरी विकास उमेश कुमार सिंह, रियाज अहमद डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर बिहार अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, सागर जायसवाल डीजीएम, विकास झा डीजीएम बीएमएसआईसीएल और साकेत कुमार कार्यपालक अभियंता भवन निर्माण विभाग के ठिकानों पर भी ईडी ने दबिश दी है.
टेंडर मैनेज कर ली मोटी रकम
इन लोगों ने पर आरोप है कि टेंडर में खास ठेकेदार को मदद के बदले मोटी रकम रिश्वत ली है. बिल क्लीयरेंस में उगाही की है. पटना के एक ठेकेदार @@@@ सहित अन्य ठेकेदारों के बिलों को मंजूरी देने के लिए रिश्वत के पैसे मिले थे। ED ने पटना में उपरोक्त अधिकारियों के आवासीय परिसरों की तलाशी ली। प्रवर्तन निदेशालय ने 11 करोड़ 64 लाख नगद, जमीन से जुड़े बड़ी संख्या में कागजात व अन्य डिजिटल साक्ष्य मिले हैं.