ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025: बुर्का पहनकर वोटिंग करने आने वाली महिलाओं के लिए चुनाव आयोग की खास तैयारी, हर बूथ पर इन लोगों की लगाई गई ड्यूटी Bihar Election 2025: बुर्का पहनी महिलाओं की पहचान के लिए आयोग का नया नियम, हर बूथ पर खास व्यवस्था Bhai Virendra : दारोगा जी से भिड़ गए RJD विधायक भाई वीरेंद्र,कहा - ऐ तिवारी तुमको चेक करने का अधिकार कौन दिया रे ... Bihar News: बिहार के इस जिले में BJP के कई कार्यकर्ताओं को उठा ले गई पुलिस, तमाशे के बाद SI पर भी लगे आरोप Bihar Crime News: शादीशुदा लड़की को सोशल मीडिया पर हुआ प्यार, पति से झगड़े के बाद पहुंची बॉयफ्रेंड के पास, फिर ट्रॉली में मिली लाश Bihar Chunav Traffic : मतदान समाप्त होने के बाद पटना में स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा के लिए ट्रैफिक व्यवस्था में बड़ा बदलाव Bihar Election 2025: पावर स्टार पवन सिंह और खेसारी लाल यादव समेत इन भोजपुरी सितारों ने डाला वोट, कहा- पहले मतदान, फिर जलपान Bihar Election 2025: पावर स्टार पवन सिंह और खेसारी लाल यादव समेत इन भोजपुरी सितारों ने डाला वोट, कहा- पहले मतदान, फिर जलपान Bihar Election 2025 : बिहार चुनाव 2025: पहले चरण में वोटिंग जारी, पिछले तीन चुनावों के पैटर्न से क्या मिल रहे संकेत? Bihar Election 2025 : अनंत सिंह के मोकामा समेत पटना के सभी विधानसभा सीटों पर कैसी चल रही वोटिंग? इस रिपोर्ट से सब होगा क्लियर

DGP ने महिला IPS का पकड़ा हाथ, किस भी किया, ड्राइवर को कहा शीशा ऊपर करो और फिर...

DGP ने महिला IPS का पकड़ा हाथ, किस भी किया, ड्राइवर को कहा शीशा ऊपर करो और फिर...

03-Mar-2021 07:49 PM

DESK : एक ऐसी घटना सामने आ है, जिसके कारण पुलिस महकमे की नींद उड़ गई है. ये जरूर सुनने में थोड़ा अटपटा लग रहा होगा लेकिन ये कोई कहानी नहीं बल्कि सच्चाई है. सच्चाई है उस महिला की, जो भारतीय पुलिस सेवा की अधिकारी है, जिसे हम या आप IPS अधिकारी के तौर पर जानते हैं. महिला आईपीएस अधिकारी ने डीजीपी के ऊपर यह गंभीर रूप लगाया है. उन्होंने पुलिस महानिदेशक के खिलाफ जो शिकायत की है. उस एफआईआर की कॉपी को पढ़ने के बाद हर कोई हैरान है.


मामला तमिलनाडु का है, जहां एक महिला आईपीएस अफसर ने स्पेशल DGP के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया है. इस गंभीर मामले में मद्रास हाईकोर्ट ने नोटिस लिया है. CB-CID की जांच अपने देखरेख में करवा रही है. कोर्ट ने इस मामले में मीडिया को भी सख्त हिदायत दी है कि वो महिला आईपीएस अधिकारी औऱ आरोपी स्पेशल डीजीपी के नाम को उजागर ना करे.


पीड़ित महिला आईपीएस अफसर ने जो लिखित शिकायत दर्ज कराई है, उसमें कहा है कि 21 फरवरी को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री की करूर जिले में यात्रा थी. इस दौरान वो बंदोबस्त ड्यूटी में लगी हुई थीं. शाम के वक्त जब मुख्यमंत्री का भाषण चल रहा था तब स्पेशल डीजीपी ने उनसे कहा कि वो अपनी गाड़ी में उन्हें वहां तक छोड़ देंगे, जहां अगली मीटिंग होनी है. 


महिला आईपीएस अधिकारी डीजीपी के साथ उनकी गाड़ी में उस स्थान पर जा रही थीं, जहां जाने के बाद अब उनकी ड्यूटी खत्म होने वाली थी. इसी दौरान स्पेशल डीजीपी ने उन्हें कार में रखे स्नैक ऑफर किये और तकिया भी दिया ताकि वो सिर रख कर रिलैक्स फील कर सकें. इसके बाद उन्होंने महिला अधिकारी को एक गाना गाने के लिए कहा. स्पेशल डीजीपी के जिद के बाद उन्होंने गाना गया. 


महिला अधिकारी के बाएं तरफ बैठे डीजीपी ने महिला अधिकारी की तरफ अपना दाहिना हाथ बढ़ाया और उनसे उनका हाथ बढ़ाने के लिए कहा. महिला अधिकारी को ऐसा लगा कि डीजीपी हाथ मिला कर उन्हें शाबाशी देना चाहते थे लेकिन फिर उन्होंने महिला अधिकारी से दूसरा हाथ भी बढ़ाने के लिए कहा. शिकायत के मुताबिक इसके बाद डीजीपी करीब 20 मिनट तक गाड़ी के अंदर गाना गाते रहे और फिर उन्होंने महिला अधिकारी के हाथ पर किस किया. इसपर महिला अधिकारी ने कहा कि वो अच्छा महसूस नहीं कर रही हैं. इसपर डीजीपी ने मुस्कुराया औऱ उनका हाथ छोड़ दिया, लेकिन थोड़ी ही देर बाद उन्होंने फिर उनका हाथ पकड़ने की कोशिश की. जिसके बाद महिला अधिकारी ने दोबारा कहा कि वो ठीक नहीं है और वो अच्छा महसूस नहीं कर रही हैं. 


शिकायत के मुताबिक यात्रा के दौरान डीजीपी ने महिला अधिकारी की एक तस्वीर मोबाइल में दिखाते हुए बताया कि यह तस्वीर उन्होंने वर्क प्लेस पर ली है और  यह भी कहा कि यह उनकी सबसे पसंदीदा तस्वीर है, जिसे वो अपनी मोबाइल में सेभ कर लें. जब महिला अधिकारी उनकी गाड़ी से उतरीं, तब उस वक्त भी डीजीपी ने उनके हाथ को पकड़ने की कोशिश की. आईपीएस अधिकारी आरोप लगाने से पहले चालीस मिनट तक उन्ही की कार में सवार थी और फिर अचानक से उतरकर भागने लगी. उस दिन जैसे ही कार रूकी तो आईपीएस अधिकारी ने दौड़ लगा थी जिसके बाद बड़ी संख्या में उन्हें पुलिसकर्मियों ने घेर लिया. 


शिकायत मिलने के दो दिन बाद सरकार ने स्पेशल डीजीपी (कानून व्यवस्था) को उनके पद से हटा दिया है और उनके खिलाफ जांच करने के लिए एक कमेटी का भी गठन किया है. डीजीपी ने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए राजनीति से प्रेरित बताया है. राज्य के सीएम ईडापड्डी पलानीस्वामी के मुताबिक अभी तक की जो जांच सामने आई है, उसमें कुछ भी साबित नहीं हो पाया है, हालांक जांच अभी खत्म नहीं हुई है.


तमिलनाडु में यह मामला सामने आने के बाद प्रशासनिक अमले में भूचाल आ गया है और हाई कोर्ट ने अपनी निगरानी में सीबी-सीआईडी को जांच का आदेश दिया है. आरोपी डीजीपी निलंबित हो गए हैं, लेकिन उन पर लगे आरोपों की हर जगह चर्चा है.