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Late Night Sleep Risk: नींद की अनदेखी सेहत पर भारी, देर रात जागने से बढ़ता है रोगों का खतरा; पढ़ लें... पूरी खबर

Late Night Sleep Risk: आज की व्यस्त दिनचर्या में लोग सोशल मीडिया, ऑफिस के काम और पढ़ाई जैसी जिम्मेदारियों के चलते देर रात तक जागने लगे हैं। लेकिन यह आदत केवल थकान ही नहीं बढ़ाती, बल्कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव डालती है।

Life Style

09-Sep-2025 03:57 PM

By First Bihar

Late Night Sleep Risk: आज की व्यस्त दिनचर्या में लोग सोशल मीडिया, ऑफिस के काम और पढ़ाई जैसी जिम्मेदारियों के चलते देर रात तक जागने लगे हैं। लेकिन यह आदत केवल थकान ही नहीं बढ़ाती, बल्कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव डालती है। देर रात तक जागने की आदत को अगर समय रहते न सुधारा जाए तो यह कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकती है।


इस विषय पर डॉक्टर्स का कहना है कि नींद की अनदेखी करना एक लापरवाह व्यवहार है, जो दीर्घकालिक रूप से आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। उन्होंने बताया कि रात में पर्याप्त नींद न लेने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे व्यक्ति संक्रमण और वायरल बीमारियों की चपेट में जल्दी आ जाता है। नींद की कमी मेटाबॉलिज़्म को धीमा कर देती है और मोटापा बढ़ाने वाले हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं। इससे वजन बढ़ने की संभावना भी कई गुना बढ़ जाती है।


इतना ही नहीं, देर रात तक जागने की आदत आपकी हृदय संबंधी सेहत (Cardiovascular Health) को भी प्रभावित करती है। लगातार कम नींद लेने से हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि इससे रक्तचाप असंतुलित हो सकता है और तनाव का स्तर बढ़ता है।


मोबाइल, लैपटॉप या टीवी जैसे डिवाइसेज़ से निकलने वाली ब्लू लाइट मेलाटोनिन हार्मोन के स्राव को बाधित करती है, जो नींद लाने में मदद करता है। कार्यभार और सोशल लाइफ के कारण सोने का समय नियमित नहीं रह पाता। देर रात भारी या तैलीय भोजन करने से भी नींद में बाधा आती है, जिससे व्यक्ति देर तक जागता रहता है।


बेहतर नींद के लिए क्या करें

नींद का शेड्यूल तय करें– हर दिन एक ही समय पर सोने और जागने की आदत बनाएं।

सोने से पहले स्क्रीन से दूरी बनाएं– मोबाइल या लैपटॉप का इस्तेमाल सोने से कम से कम एक घंटे पहले बंद कर दें।

रिलैक्सेशन तकनीकों का इस्तेमाल करें– मेडिटेशन, प्राणायाम और हल्की एक्सरसाइज़ से नींद बेहतर होती है।

कैफीन और भारी भोजन से बचें– रात को चाय-कॉफी और जंक फूड न लें, क्योंकि ये नींद में बाधा डालते हैं।


नींद की सही मात्रा शरीर की कोशिकाओं की मरम्मत, दिमाग की रीसेटिंग और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए बेहद ज़रूरी होती है। अगर आप भी देर रात जागने की आदत के शिकार हैं, तो समय रहते इसे बदलें। एक नियमित और संतुलित नींद न केवल आपकी कार्यक्षमता को बढ़ाएगी, बल्कि मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाएगी।